18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

डॉ कनिनिका

मित्र प्रमुख, यूनिसेफ झारखंड,

Browse Articles By the Author

स्वस्थ खानपान से दूर होंगी पोषण समस्याएं

यह विरोधाभास ही है कि कुपोषण और मोटापा दोनों एक साथ बढ़ रहे हैं, विशेष कर बच्चों एवं युवाओं में. यह स्पष्ट रूप से अस्वास्थ्यकर खानपान की आदतों और उनसे होने वाले दुष्परिणामों की ओर इशारा करता है.

बच्चे के लिए अमृत है मां का दूध

Breastfeeding week 2024 इस वर्ष के स्तनपान सप्ताह की थीम है, ‘क्लोजिंग द गैप : ब्रेस्टफीडिंग सपोर्ट फॉर ऑल.’ यह स्तनपान को लेकर एक समावेशी सहायता प्रणाली प्रदान करने के महत्व को रेखांकित करता है, ताकि सभी मां और बच्चे को स्तनपान का लाभ मिल सके.

मानसिक स्वास्थ्य को मिले प्राथमिकता

बच्चों, किशोरों और देखभालकर्ताओं में मानसिक समस्याओं के उपचार और इसके रोकथाम को लेकर कमियां पायी गयी हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 10 से 19 वर्ष के 14 प्रतिशत बच्चे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का अनुभव करते हैं

बच्चे के लिए जरूरी खसरा-रूबेला का टीका

टीका एक सुरक्षा कवच की तरह है, जो परिवार एवं समाज को बीमारियों से बचाता है. यह बचपन में बच्चों को होने वाली जानलेवा बीमारियों से बचाने का सबसे कम लागत वाला बेहतरीन एवं प्रभावी उपाय है.

जल संरक्षण से ही बचेगा भविष्य

दुनिया भर में 22 मार्च विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है. इसे मनाने का उद्देश्य विश्वभर में जल के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करना तथा जल संरक्षण पर बल देना है

हर बालिका को मिले बेहतर भविष्य

अष्टम उरांव, सुमति कुमारी, सलीमा टेटे और निक्की प्रधान जैसी लड़कियां इस बात की गवाह हैं कि चीजें धीरे-धीरे ही सही पर निश्चित रूप से बदल रही हैं.

स्तनपान से जीवनभर लाभ

जीवन में अच्छी शुरुआत के लिए सही पोषण और उचित देखभाल से बढ़ कर बच्चों के लिए और कुछ हो नहीं सकता.

मानसिक स्वास्थ्य पर बढ़े जागरूकता

मानसिक विकार मानसिक स्वास्थ्य की ऐसी स्थिति है, जिसमें सोच तथा भावनात्मक व्यवहार पर असर पड़ता है. मानसिक स्वास्थ्य विकार जैविक, मनोवैज्ञानिक और पर्यावरणीय कारणों से उत्पन्न होते हैं.
ऐप पर पढें