बेतिया : दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिये राज्य सरकार की बनी योजना के तहत गौ पालन के लिये ऋण बैंक उपलब्ध करायेंगे.
इस योजना के तहत स्टेट बैंक ने मझौलिया प्रखंड के रूलही के 100 किसानों को ऋण उपलब्ध कराने पर अपनी सहमति दे दी है. इससे जिला में पशुओं की संख्या में आशातीत वृद्धि के साथ दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी की योजना अब अमलीजामा पहनने लगा है. साथ ही आरगेनिक खेती की भी संभावनाओं में बढ़ोतरी होगी.
* दस लाख तक मिलेगा ऋण
गौ पालन करने वाले किसानों को एक लाख से दस लाख तक का लोन मिलेगा. इससे वह दो से लेकर दस तक की संख्या में गाय को पाल पायेंगे. इसके तहत प्राक्कलित राशि का पचास प्रतिशत अनुदान के रुप में गव्य विकास विभाग मुहैया करायेगी. चालीस प्रतिशत राशि बैंक ऋण के रूप में देगी और दस प्रतिशत राशि का वहन किसान को माजिर्ग मनी के रूप में करना होगा.
* किसानों को होंगे कई लाभ
गौ पालन से किसानों को दोहरा लाभ मिलने की बात कृषि विशेषज्ञ बता रहे हैं. गौ पालन कर किसान दुग्ध उत्पाद को बेच कर अपनी आमदनी में इजाफा कर सकेंगे. साथ ही इसके गोबर से वर्मी कंपोस्ट और मूत्र से जैविक कीटनाशक तैयार कर सकेंगे. इसका उपयोग वह अपने खेतों में कर सकेंगे. इससे उनका कीटनाशक का खर्च बचेगा. वर्मी कंपोस्ट के प्रयोग से वह खेतों की मृदा शक्ति को बढ़ा कर उर्वरकों पर निर्भरता को खत्म कर खर्च में कमी ला सकते हैं. साथ ही गोबर गैस जैसे प्लांट से भोजन व रोशनी की व्यवस्था कर सकते हैं.
* सफलता पर आगे की योजना
रूलही के 100 किसानों के बीच दो से दस गाय खरीदने के लिये आरबीओ द्वारा दिये जा रहे ऋण की वापसी से ही इस कार्यक्रम की सफलता का आकलन किया जायेगा. इस संबंध में आरबीओ ब्रांच के मुख्य प्रबंधक शैलेंद्र यादव ने बताया कि पहले चरण में रूलही के 100 किसानों का चयन किया गया है. उन्हें ऋण देने के बाद बैंक उनके द्वारा किये कार्यो की समीक्षा करेगी. इसके बाद अन्य किसानों को ऋण मुहैया करायी जायेगी. उसकी सफलता की दर जिला में में इस इंद्रधनुषी क्रांति को बढ़ाने में सहायक होगा.
* एसबीआइ देगा ऋण
जिले के दो अन्य जगहों के किसानों को भी एसबीआइ गौ पालन के लिये ऋण देने पर सैद्धांतिक रूप स सहमत हो गया है. इसके तहत नौतन व नरकटियागंज में भी 100-100 किसानों का चयन इस योजना के लिये एसबीआइ द्वारा किया जा रहा है. इसके लिये ग्राम आमसभा का सहारा लिया जायेगा. आमसभा के द्वारा चयनित किसानों को गौ पालन के लिये स्टेट बैंक ऋण उपलब्ध करायेगा.
* मार्केटिंग की होगी व्यवस्था
गव्य विकास विभाग ने किसानों को गाय खरीदने के लिये राशि उपलब्ध कराने के पहले इसकी मार्केटिंग की व्यवस्था करेगी. इसके लिये तिरहुत दुग्ध सहकारी समिति तिमुल से बात की जा रही है. इसके माध्यम से उत्पादित दूध को बेचा जायेगा.