BREAKING NEWS
Trending Tags:
ज्ञानेंद्र रावत
Browse Articles By the Author
National
जीवाश्म ईंधन की खपत को कम करना आवश्यक
वर्ष 2023 की बात करें, तो अक्तूबर महीने की गर्मी ने अभी तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं. सितंबर में दक्षिणी अमेरिका में रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ी. न्यूयॉर्क में रिकॉर्ड बारिश हुई.
Opinion
2016 की गर्मी का रिकॉर्ड टूट जाने का अंदेशा
हमने 1951 के बाद करीब दस बार अल नीनो के कारण सूखे की भयावहता का सामना किया है. अल नीनो का सर्वाधिक प्रभाव बारिश के पैटर्न पर पड़ता है.
Opinion
वैश्विक बाजार में बढ़ती श्रीअन्न की उपयोगिता
मोटे अनाज के उत्पादक किसानों और व्यापारियों के लिए यह वर्ष अंतरराष्ट्रीय श्रीअन्न वर्ष घोषित होने से अति महत्वपूर्ण है. इसका एक कारण यह भी है कि देश में भी मोटे अनाज के प्रति आम आदमी की रुचि बढ़ रही है
Opinion
खतरनाक है अल-नीनो की वापसी
मैदानी क्षेत्रों में गर्मी की लहर तब आती है, जब तापमान 40 डिग्री पार कर जाता है. पर्वतीय इलाकों में जब तापमान 30 डिग्री हो जाता है, रात का तापमान 40 से अधिक हो और तटीय इलाकों में 37 डिग्री से अधिक होता है
Opinion
बड़े शहरों पर जल समाधि का खतरा
हमारे नीति-नियंता हिमालयी ग्लेशियरों के पिघलने की बढ़ती दर, उसके दुष्परिणामों से बेखबर हो अंधाधुंध विकास रथ पर सवार हैं. वे सोचते ही नहीं कि यदि ग्लेशियर नहीं बचे
Opinion
वायु प्रदूषण से निपटना जरूरी
लॉकडाउन से उपजी परेशानियों को छोड़ दें, तो इस दौरान हमारी प्राकृतिक संपदा, पर्यावरण, नदियों और वायु की गुणवत्ता को सबसे ज्यादा लाभ पहुंचा है़ वायु प्रदूषण घटा और प्रकृति की हरियाली लौटी.
Opinion
दहकते जंगलों की पड़ताल
उत्तराखंड के जंगलों में हर साल लगने वाली भीषण आग का खामियाजा देश भुगतता है. जंगल हमारी जरूरतों की पूर्ति करते हैं. विडंबना है कि इन घटनाओं से हमने कोई सबक नहीं लिया.
Opinion
जलवायु परिवर्तन और चक्रवात
बीते वर्ष मई में आये अम्फान तूफान, जून में आये निसर्ग तूफान और नवंबर में आये निवार तूफान से भी अधिक भयावह तौकते तूफान है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और तेज हवाओं का इसे भयावह बनाने में अहम योगदान है.
Opinion
बढ़ते तापमान के भयावह खतरे
केन्या की पर्यावरणविद् और नोबेल पुरस्कार विजेता बंगारी मथाई ने एक समय कहा था कि सभ्य होना है, तो जंगलों का साथी बनो, प्रकृति से जुड़ो, उससे प्रेम करो.