चौसा : प्रखंड क्षेत्र के मोरसंडा पंचायत स्थित मुसहरी करेलिया टोला में चेचक ने पूरे गांव में भयानक रूप ले लिया है. बच्चे व युवा इस रोग से आक्रांत हैं. लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक इसके रोकथाम के लिए कोई उपाय नहीं किया है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.
* कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण मटूकी चौधरी, सत्य नारायण चौधरी, राज किशोर सहनी, सुभाष ऋषिदेव, रमेश ऋषिदेव, सदानंद ऋषिदेव, जगजीवन ऋषिदेव, मुन्नी लाल सहनी, शिव नारायण सहनी, कपिलदेव सहनी आदि ने बताया कि कुछ दिन पहले सुभाष ऋषिदेव के पुत्र दिवाकर को यह बीमारी हुई थी. धीरे-धीरे यह बीमारी गांव में आग की तरह फैलती जा रही है. उन्होंने बताया कि इसका इलाज करवाया गया, लेकिन नतीजा जस की तस है.
* शरीर में होता हैं फोड़ा
ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों के शरीर में पहले हल्का फोड़ा होता है. फिर ये फोड़ा बड़ा हो जाता है और इसमें पस भर जाता है. जिससे बच्चों को काफी असहनीय दर्द होने लगता है फिर जलन के साथ- साथ बुखार आ जाता है.
* महिला इसे मानती हैं माता
ग्रामीण महिला इस विज्ञान के युग में भी इस बीमारी को बड़ी माता मानती है. महिलाओं का कहना है कि माता का धाम लगा कर पान प्रसाद व धूप देकर वृद्ध बच्चों को उस जगह बैठाकर बड़ी माता को प्रसन्न कर छुटकारा लिये जाने की परंपरा है.
* ये हैं पीड़ित बच्चे
संपत कुमारी, गुड़िया कुमारी, डोली कुमारी, चंडिका कुमारी, मनीष कुमार, दिवाकर कुमार, डब्लू कुमार एवं गांव के कई बच्चे बच्चियां चेचक से पीड़ित है.
* कहते हैं कि चिकित्सक
फुलौत अतिरिक्त उप स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक डॉ मोहम्मद इरफान ने कहा कि चेचक का बीमारी वॉयरस से फैलता है. पीड़ित बच्चों को परिवार के अन्य लोगों से अलग रखें. साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे. पीड़ित बच्चों को पानी खूब पीना चाहिए एवं नजदीकी चिकित्सकों से परामर्श लेनी चाहिए.