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Mukesh Balyogi

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Lateral entry controversy in Jharkhand: झारखंड सरकार में भी लेटरल एंट्री, चार विशेष सचिव...

जानिए झारखंड में कब से लेटरल इंट्री से नियुक्ति का प्रावधान..किसने पहनाया अमली जामा..क्यों नहीं रद्द कर रही वर्तमान सरकार

How Old is Vaidyanath Temple: वैद्यनाथ मंदिर के वरुण कलश पर लिखे श्लोक खोल...

सावन में देवघर के बाबा वैद्यनाथ की महिमा का प्रसाद पाने के लिए भक्तों में होड़ लगी रहती है. इस मंदिर के शीर्ष पर स्थित वरुण कलश पर लिखे दो श्लोक संस्कृत के प्राचीन अभिलेखों में से हैं. जानिए यह अभिलेख सभ्यता के इतिहास पर शोध का नया द्वार कैसे खोल सकता है..

 झारखंडः सीपी सिंह के क्षेत्र में सबसे अधिक बढ़े वोटर, दिनेश मरांडी के क्षेत्र...

Jharkhand: आदिवासी सीटों पर कम क्यों बढ़े मतदाता, मतदाताओं के कहां ज्यादा बढ़ने का क्या है राज 

Jharkhand Assembly: छह दिन चला विधानसभा सत्र, विधायकों को 10 दिन का मिलेगा भत्ता

विधानसभा सत्र के दौरान विधायक विरोध के तौर पर सरकारी खर्चों में एक रुपये तक की सांकेतिक कटौती के लिए प्रस्ताव लाते हैं. परंतु सत्र के दिनों का सही समायोजन कर भत्तों पर आने वाले खर्च में कमी के लिए आवाज उठाने की दरियादिली नहीं दिखाते हैं.

झारखंड में आठ हजार टीबी मरीजों को उदार दिल दाताओं की तलाश, कैसे पूरा...

झारखंड को टीबी मुक्त करने के लिए जरूरी है कि परोपकारी लोग आगे आएं. टीबी मरीजों को गोद लेकर उन्हें पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएं.

झारखंड का आदिवासी शिवलोकः जहां महादेव मंडा बन जाते हैं और अंगारे फूल

आदिवासी अपने देवता को विराट और विहंगम में सोचता है. यह इन्हें खुशियां देने के साथ ही दुख से बचाता है. विश्वास और आस्था का यह ऐसा स्थापित साक्ष्य है, जो परंपरा बन गई है. मंडा पूजा में झारखंड के आदिवासियों के अंगारों पर खुशी से मचलने का राज भी ऐसी ही कोई परंपरा है या इसमें छिपा है कोई दर्शन….

Jharkhand Assembly सत्र के दौरान शलाका के लिए परेशान रहते हैं विधायक, क्या होता है...

विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों की आपसी बातचीत के FAQ(Frequently Asked Question) में एक सवाल जरूर होता है, शलाका का पता किया क्या? सदन चलने के दौरान कई बार विधायक अधिकारियों पर आरोप भी लगाते हैं कि शलाका में पक्षपात हुआ है. आखिर यह शलाका होता क्या है?

टीबी जांच की रडार में होंगे सर्दी-खांसी वाले हर बुजुर्ग, टीबी मुक्त झारखंड की...

टीबी मुक्त झारखंड अब भी एक ब़ड़ी चुनौती है. इसे लेकर केंद्र से लेकर राज्य तक की सरकार कोशिश कर रही है. 2025 तक इस लक्ष्य को पाने के लिए मरीजों की पहचान के कई नए सरंजाम किए जा रहे हैं. जानिए अब सर्दी-खांसी वाले बुजुर्गों पर क्यों खास नजर है..

Niti Aayog की बैठक में ये सवाल उठा सकते हैं झारखंड के सीएम हेमंत...

हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद भारत सरकार केंद्रीय योजनाओं के लिए मिलने वाले अनुदान में लगातार कमी कर रही है.
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