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राज कुमार सिंह
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Opinion
आंतरिक सुरक्षा तंत्र को मजबूत करना भी जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आतंकियों की ‘मिट्टी में मिलाने’ की चेतावनी तथा पीड़ितों को न्याय मिल कर रहेगा, जैसी टिप्पणियां सख्त रुख का संकेत हैं. पाकिस्तान को ऐसा सबक मिलना चाहिए कि वह फिर से ऐसी हिमाकत न कर सके, पर पाकिस्तान को नापाक मंसूबों में सफल हो जाने देने के लिए उत्तरदायी हमारे तंत्र की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए.
Opinion
बची रहे राज्यपाल के संवैधानिक पद की गरिमा
तमिलनाडु मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नसीहत दी है कि राज्यपाल को राज्य के मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक के रूप में कार्य करना चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ से निर्देशित होना चाहिए. यह भी कि राज्यपाल समस्याओं के समाधान का अग्रदूत होता है, उसे उत्प्रेरक होना चाहिए, न कि अवरोधक. न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर महादेवन की खंडपीठ ने यहां तक कहा कि राज्यपाल द्वारा 10 विधेयकों को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए आरक्षित रखना ‘अवैध’ है और इसे ‘रद्द’ किया जाना चाहिए.
Opinion
‘रेवड़ियों’ पर सिमटी दिल्ली में चुनावी चाल, पढ़ें राज कुमार सिंह का खास लेख
Delhi Elections : पानी, बिजली, महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा तथा बेहतर शिक्षा-स्वास्थ्य से अपनी अलग पहचान बनानेवाली आप ने अभी तक लागू न हो पायी महिला सम्मान योजना की राशि 1,000 रुपये से बढ़ा कर 2,100 करने का ऐलान किया, तो कांग्रेस और भाजपा ने 2,500 रुपये का वायदा कर दिया.
Opinion
त्रिकोणीय जंग से दिलचस्प हुआ दिल्ली चुनाव
Delhi assembly election :कांग्रेस इस बार आप के प्रमुख नेताओं की चुनावी घेराबंदी भी कर रही है. संदीप दीक्षित केजरीवाल के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री आतिशी के विरुद्ध महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा को उम्मीदवार बनाया गया है, उप मुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया के विरुद्ध पूर्व मेयर फरहाद सूरी को.
Opinion
दिल्ली-एनसीआर में फिर गहराया सांसों पर संकट
Air Pollution In Delhi : अक्सर ऐसे जटिल मुद्दों के समाधान में सर्वोच्च न्यायालय पहल करता रहा है, पर इस मामले में वह अभी तक सख्त टिप्पणियों से आगे बढ़ता नहीं दिखता और सख्त टिप्पणियों का संबंधित पक्षों पर असर नजर आता नहीं.
Opinion
संतों के समर्थन से सत्ता की राजनीति
कभी संत कुंभनदास ने लिखा था- ‘संतन को कहा सीकरी काम/ आवत जात पन्हैया टूटीं, बिसरि गयौ हरि-नाम.’ यह कविता मुगल बादशाह अकबर के शासनकाल में लिखी गयी मानी जाती है. आशय था कि संत को सीकरी (तब की राजधानी, जिसे अब फतेहपुर सीकरी कहा जाता है) से क्या काम
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दिल्ली की राजनीति में केजरीवाल का दांव, पढ़ें राजकुमार सिंह का विशेष आलेख
Arvind Kejriwal: जमानत देते हुए सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ के एक सदस्य न्यायमूर्ति उज्जवल भुईयां ने सीबीआई पर तल्ख टिप्पणियां भी कीं, पर जमानत की शर्तों के चलते केजरीवाल मुख्यमंत्री की वैसी भूमिका निभा ही नहीं सकते थे, जिसके लिए वे जाने जाते हैं. वे न नीतिगत फैसले ले सकते थे और न ही लोकलुभावन घोषणाएं कर सकते थे. फिर वे मतदाताओं के बीच किस आधार पर जाते?
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हरियाणा: राजनीतिक हाशिये पर बंसीलाल, देवीलाल और भजनलाल के परिवार
haryana news : चौधरी बंसीलाल इंदिरा गांधी के समय बड़े नेताओं में गिने जाते थे. इंदिरा के चर्चित बेटे संजय गांधी के भी वे करीबी रहे. वे केंद्र में मंत्री रहने के अलावा तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रहे. उन्हें ‘आधुनिक हरियाणा का निर्माता’ कहा जाता है. तीसरी बार वे हरियाणा विकास पार्टी बना कर भाजपा से गठबंधन में चुनाव जीत कर मुख्यमंत्री बने थे.