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Supaul News : मछली पालन से समृद्ध हो रहा सुपौल

पेन कल्चर व बायोफ्लॉक तकनीक मछली उत्पादकों के लिए वरदान साबित हो रहा है. सुपौल जिले में 223 सरकारी व 03 हजार निजी तालाब हैं. इनमें 18 हजार मीट्रिक टन मछली का उत्पादन होता है.

Supaul News : मलबरी की खेती को मिले बढ़ावा, तो सूबे में लहरायेगा कौशिकी ब्रांड रेशम...

सुपौल जिले में विभाग की उदासीनता के कारण शहतूत की खेती दम तोड़ रही है. इससे रेशम कीट पालन का कारोबार खत्म हो रहा है. इससे किसान निराश हैं. रेशम कीट पालन छोड़ परंपरागत फसलों की खेती करने लगे हैं.

Saharsa News : दगा दे रहा है मॉनसून, अब तक सौ एमएम भी नहीं...

मौसम विभाग का पूर्वानुमान अब तक सही साबित नहीं हुआ है. जिले के किसान बारिश की आस देख रहे हैं. सहरसा जिले में 71 हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य है. इसमें अबतक 82 प्रतिशत बिचड़े का आच्छादन हुआ है.

Saharsa News : नजरों से ओझल हो रहे शहतूत और जिलेबी

गर्मी के दिनों में मिलने वाले मौसमी फलों का सेवन शरीर को दुरुस्त रखता है. अब शहतूत, जिलेबी, निबोली आदि सहरसा जिले के बाजार में नहीं मिलते. इन फलों के बारे में नये बच्चे जान भी नहीं पाते.

Purnia News : धान के लिए सुखद नहीं है मानसून का मूड, सूख रहे किसानों के...

बारिश की बेरुखी के कारण पूर्णिया जिले के किसानों की चिंता बढ़ गयी है. दो दिन बारिश की झलक दिखा कर मानसून रूठ गया है. इससे धान की खेती पर आफत आ गयी है. तेज धूप के कारण बिचड़ा जलने के कगार पर है. पंपसेट से सिंचाई ही एकमात्र विकल्प है.

Purnia News : आंबेडकर बाजार : भवन पर उग आये पौधे, बरसात में टपकती...

पूर्णिया शहर के आंबेडकर बाजार में शौचालय की व्यवस्था न होने से दुकानदारों को परेशानी हो रही है. 1997 में निर्माण के बाद अब तक इसकी दोबारा न मरम्मत हुई, न रंगाई-पुताई. गंदगी व दुर्गंध की वजह से ग्राहक आने से कतराते हैं. इससे 300 दुकानदारों को समस्या हो रही है.

Madhepura News : मालिकों की गलतियां भुगत रहे वाहन… थाने में सड़ रहीं दर्जनों...

मधेपुरा के उदाकिशुनगंज आदर्श थाना परिसर में दर्जनों गाड़ियां जब्त पड़ी हैं. इन पर घास उग आयी है. इन वाहनों की नीलामी की प्रक्रिया नहीं हो रही है. जबकि कई मामलों में कोर्ट के फैसले का इंतजार है.

Saharsa News : …तो नयी पीढ़ी किताबों में ही जानेगी कुएं का महत्व

प्राचीन धरोहरों को बचाने के लिए कुएं के जीर्णोद्धार की जरूरत है. कुएं का पानी हर मौसम में बेहतर होता है. वहीं शादी की रस्मों में भी होती है कुआं जरूरी होता है. जिले में इसे बचाने की पहल जरूरी है.

Katihar News : अभाव की बारिश में मशरूम के छाते से जीविका दीदी को...

बिशनपुर की जीविका दीदी राजकुमारी मशरूम की खेती कर मिसाल बन गयी हैं. केला व मक्के की फसल के बाद गांव में मशरूम की खेती कर लोगों को नयी दिशा दे रही हैं. एक साल में 40 चालीस हजार की लागत पर ढाई लाख की आमदनी हुई है.
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