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SurajKumar Thakur

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India-China Border: सेना प्रमुख ने घायल जवानों से मुलाकात की, वीरता को सराहा

लद्दाख का दौरा किया. इस दौरान सेना प्रमुख मिलिट्री हॉस्पिटल पहुंचे. यहां सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने गलवान घाटी की हिंसक झड़प में घायल हुये जवानों से मुलाकात की.

झारखंड: कोरोना को मात देने में अव्वल सूबे के लोग, जानें क्या है हालात...

अच्छी खबर ये है कि राज्य भर में पिछले 24 घंटे में 63 मरीज ठीक हुए. राज्य में अब तक 1,469 लोगों ने कोरोना को मात दी है. फिलहाल राज्य में 660 एक्टिव केस हैं. 11 संक्रमितों की अब तक मौत हो चुकी है.

Indian Army Chief Narwane का Ladakh का दौरा, तैयारियों का लिया जायजा

15 जून को गलवान घाटी में भारत-चीन के सैनिकों के बीच संघर्ष के बाद सीमा पर तनाव है. इसी बीच आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने लद्दाख में सेना की तैयारियों का जायजा लिया.

रूस (Russia) से मिलने वाले S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की खासियत जान लीजिये

इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डील साल 2018 में ही फाइनल हुई थी. एस-400 दुनिया की सबसे अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है.

ब्रिटेन: कोरोना की एक और वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू

ब्रिटेन में कोरोना वायरस की एक और वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के बाद अब इंपीरियल कॉलेज के वैज्ञानिकों की टीम वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू कर रही है.

कुजू : सरकारी नौकरी की चाह रखने वाला युवक सफल किसान बन गया II...

युवक को किसी किसान ने बताया कि, अगर सही तरीके से खेती की जाये. सही तकनीक का उपयोग किया जाये और खेती के लिये डेडिकेशन हो तो इसमें नौकरी से ज्यादा आमदनी होती है.

हूल क्रांति दिवस विशेष: क्या है दामिन-ए-कोह, इसका हूल क्रांति से क्या संबंध है

हम आपको सबसे पहले दामिन ए कोह के बारे में बताने जा रहे हैं. साथ ही ये भी बतायेंगे कि, दामिन ए कोह का संताल हूल आंदोलन से क्या संबंध है.

हूल क्रांति दिवस विशेष: क्या है दामिन-ए-कोह, इसका हूल क्रांति से क्या संबंध है

अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ संघर्ष करने वाले ये आदिवासी तब दामिन ए कोह कहे जाने वाले इलाके के भोगनाडीह गांव के रहने वाले थे.

संताल हूल विशेष: सिद्दो-कान्हू, चांद-भैरव और फूलो-झानों से जुड़ी ये बातें जरूर जानिये

संताल हूल क्रांति की अगुवाई में सिद्दो कान्हू, चांद और भैरव नाम के चार आदिवासी भाइयों ने की थी. इनकी बहनें फूलो और झानों ने भी आंदोलन में काफी सहयोग किया था. आज की स्टोरी में हम इन क्रांतिकारी भाई-बहनों के बारे में जानेंगे.
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