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Vijay Bahadur

प्रभात खबर के वाईस प्रेसिडेंट हैं और बी पॉजिटिव कॉलम के लेखक और पॉजिटिव वीडियो के क्रिएटर और यूट्यूबर हैं . उनके सोचने का नज़रिया सकारात्मक है और उनके जीवन का मूलमंत्र है . Think Positive Act Positive Be Positive…

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सृजनशील और प्रयोगधर्मी बनेंगे तभी इंडिया बनेगा विश्व गुरु!

हम विश्व गुरु होने का सपना देखते हैं ,सपना देखना भी चाहिए क्योंकि जब हम सपने देखते हैं तो ही उसे पाने के लिए उड़ान भी भरते हैं लेकिन सपनों को सच में तब्दील करने के लिए धरातल भी ठोस होना चाहिए.

आज करे सो कल कर, कल करे सो परसों…ऐसा क्यों, देखें VIDEO

हमें किसी भी काम को कल पर नहीं टालना चाहिए. क्योंकि ये हमारे जीवन में आलस का कारण बन सकता है. और आलस कभी भी हमें आगे नहीं बढ़ने देता है.

VIDEO: जीवन में सफल होने के लिए जरूरी है सेल्फ मोटिवेशन, अपनाएं ये टिप्स

असफल होने पर दोबारा कोशिश करनी चाहिए. बार-बार कोशिश करने वाले लोगों को कामयाबी मिलती है. आत्म विश्वास हर हाल में बनाए रखना चाहिए. ऐसे में जीवन में सफल होने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है सेल्फ मोटिवेशन.

Board Exam 2024: बच्चों और अभिभावक के लिए जीत या हार की जंग नहीं...

बोर्ड एग्जाम में बस कुछ महीने ही रह गए हैं. इन दिनों हर घर में बच्चे परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं. ऐसा लगता है जैसे छात्रों के साथ उनके अभिभावकों की भी परीक्षा चल रही है. बच्चों और पेरेंट्स दोनों के लिए जीत या हार के लिए जंग शुरू हो गया है.

शाकिब अल हसन वर्ल्ड क्रिकेट का बैड बॉय! कोई भी खिलाड़ी खेल और देश...

कोई भी खिलाड़ी केवल खेल के मैदान पर शानदार प्रदर्शन करने के कारण ही फैंस का चहेता नहीं बनता. मैदान के बाहर उस खिलाड़ी का आचरण उसे महान बनाता है. बांग्लादेशी कप्तान शाकिब अल हसन का आचरण न तो मैदान के अंदर काफी अच्छा रहा है और न ही मैदान के बाहर.

वर्ल्ड क्रिकेट में भारत के तेज गेंदबाजों का जलवा!

वर्ल्ड क्रिकेट में भारत के तेज गेंदबाजों का जलवा बरकरार है. भारत विश्व कप 2023 में जिस तरह अभी तक अजेय रही है उसका बड़ा श्रेय भारत की तेज गेंदबाजी को जाता है. पेश है एक रिपोर्ट...

Positive Thinking: दूसरों की नजरों में बेहतर बने रहने की कोशिश से बेहतर है,...

Positive Thinking: आज के भौतिक युग में ईमानदार और सहज -सरल लोग कम ही मिलते हैं. आपकी भावना अच्छी है ये दुनिया को बताने या साबित करने की कोशिश मत कीजिए. दूसरों की नजरों में बेहतर बने रहने की कोशिश से बेहतर है अपनी नजरों में बेहतर बने रहना .

जुनून और उन्माद के फर्क को समझिए

पिछले सप्ताह दिल्ली में हुए दंगे में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल हैं. हिंदुस्तान या पूरी दुनिया में दंगा का ये कोई पहला मामला नहीं है. इतिहास गवाह है कि इससे पहले भी दंगों की आंच में जनजीवन झुलसता रहा है. जिंदगी दांव पर लगती रही है. लोग कराहते रहे हैं.

मुश्किल हालात में तलाशें नये रास्ते

सवाल ये है कि क्या चिंता हमारी समस्याओं या आपदाओं का निवारण कर सकती है
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