अब आपके Gmail अकाउंट की जासूसी नहीं कर पायेगा Google, 13 साल बाद बदली पॉलिसी
अगर आप गूगल की ई-मेल सर्विस जीमेल का इस्तेमाल करतेहैं, तो आपके लिए एक राहत की खबर है. दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने आधिकारिक तौर पर घोषित किया है कि अब वह विज्ञापन देने के लिए उपभोक्ताओं के जीमेल नहीं पढ़ेगा. गौरतलब है कि गूगल द्वारा उपभोक्ताओं को विज्ञापन दिखाने के लिए […]
अगर आप गूगल की ई-मेल सर्विस जीमेल का इस्तेमाल करतेहैं, तो आपके लिए एक राहत की खबर है. दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन गूगल ने आधिकारिक तौर पर घोषित किया है कि अब वह विज्ञापन देने के लिए उपभोक्ताओं के जीमेल नहीं पढ़ेगा.
गौरतलब है कि गूगल द्वारा उपभोक्ताओं को विज्ञापन दिखाने के लिए उनके जीमेल पढ़ेजाने को लेकर प्राइवेसी एक्टिविस्ट लंबे समय से गूगल द्वारा कंटेंट स्कैनिंग का विरोध कर रहे थे.
यह फैसला गूगल की विज्ञापन टीम के बजाय उसके क्लाउड टीम की तरफ से आया है. गूगल क्लाउड टीम अपने कॉर्पोरेट ग्राहकों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
गूगल की मदर कंपनी अल्फाबेट इंक का गूगल क्लाउड ऑफिस सॉफ्टेवयर (जी सूट) बेचता है. गूगल क्लाउड ने अपने प्रोडक्ट को बाजार के दूसरे प्रोडक्ट के मुकाबले में लाने के लिए यह फैसला लिया है. ऑफिस सॉफ्टवेयर के मामले में गूगल का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी माइक्रोसॉफ्ट है.
बताते चलें कि ऐड दिखाने के लिए गूगल यूजर्स के जीमेल अकाउंट स्कैन करता है. मेल या चैट में इस्तेमाल की-वर्ड्स के आधार पर गूगल यूजर्स को पर्सनलाइज्ड ऐड दिखाता है.
अगर आप जानना चाहते हैं कि गूगल कैसे ऐड कस्टमाइज करता है, तो आप गूगल अकाउंट सेटिंग्स में जाएं और ऐड सेक्शन सेलेक्ट करें. आपके सामने उन सभी टॉपिक्स की लिस्ट आ जायेगी, जो सर्च हैबिट और ब्राउजिंग के आधार पर गूगल ने चुने हैं.