पिछले दिनों सोशल मीडिया में जिओमी के फोन फटने का फर्जी वीडियो वायरल किया गया था. इस पूरे प्रकरण में स्पष्टीकरण जारी करते हुए जिओमी ने आज बयान जारी कर कहा है कि मीडिया में कुछ खबरें चली थी कि रेडमी नोट 4 के स्मार्टफोन का विस्फोट हुआ है. जिओमी इन खबरों का खंडन करती है. जिओमी ने कहा कि वीडियो फर्जी था, हमने काफी छानबीन की. हमें पता चला है कि सिर्फ बेंगलुरू में अर्जुन नाम के एक शख्स का फोन विस्फोट किया था, बाकि देश में कहीं भी इस तरह की घटना नहीं हुई है.
जिओमी कंपनी का दावा है कि अर्जुन ने रेडमी नोट-4 को 1 जून 2017 में पूर्विका स्टोर से खरीदा था, अर्जुन का यह फोन 17 जुलाई 2017 को फटा, जैसे ही हमे इस बात की जानकारी मिली, कंपनी ने स्मार्टफोन वापस ले लिया. किसी दूसरे चार्जर से चार्ज करने से मोबाइल विस्फोट हुआ. जिओमी ने अपने ग्राहक अर्जुन को नया रेडमी फोन दिया. जिओमी कंपनी ने कहा कि हम अपने ग्राहकों को यह बताना चाहते हैं कि किसी दूसरे चार्जर का उपयोग करने से यह स्थिति बनी. गौरतलब है कि रेडमी नोट -4 देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली स्मार्टफोन में से एक है. 24 जुलाई को मीडिया में खबर आयी थी कि रेडमी नोट-4 का एक मोबाइल विस्फोट हुआ है. जिओमी कंपनी की ओर से प्रतीक चौधरी (सीनीयर अकाउंट एक्जयूटिव) द्वारा जारी मेल में कहा गया है कि ग्राहकों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और मीडिया में रेडमी नोट-4 फटने का वीडियो पूरी तरह से फर्जी है.