एंड्रॉयड और एपल आईओएस पर आज से ही डाउनलोड किया जा सकेगा हाइक का लोकल स्टीकर
नयी दिल्ली : स्वदेशी मैसेंजर सेवा देने वाली कंपनी हाइक ने देशभर के कॉलेजों में अपना विस्तार करने के लिए स्थानीय आधार पर स्टीकर विकसित किये हैं. एंड्रॉयड और एपल आईओएस पर इन्हें मंगलवार से डाउनलोड किया जा सकेगा. कंपनी ने जारी एक बयान में कहा कि उसने 500 से भी अधिक कॉलेजों के लिए […]
नयी दिल्ली : स्वदेशी मैसेंजर सेवा देने वाली कंपनी हाइक ने देशभर के कॉलेजों में अपना विस्तार करने के लिए स्थानीय आधार पर स्टीकर विकसित किये हैं. एंड्रॉयड और एपल आईओएस पर इन्हें मंगलवार से डाउनलोड किया जा सकेगा. कंपनी ने जारी एक बयान में कहा कि उसने 500 से भी अधिक कॉलेजों के लिए स्थानीय स्टीकर बनाये हैं. उसने दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे तथा अहमदाबाद के 18 कॉलेजों में नौजवानों के व्यवहार को समझकर उसके हिसाब से इन स्टीकरों को विकसित किया है.
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कंपनी का दावा है कि प्रयोग के तौर पर उसने कॉलेजों के आधार पर स्टीकर बनाकर वहां पैकेज के रूप में इन्हें उपलब्ध कराया. इससे उसे नये ग्राहकों को जोड़ने का मौका मिला. कंपनी की योजना इन स्टीकरों को 1,000 कॉलेज तक पहुंचाने की है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि नौजवानों के लिए कॉलेज की जिंदगी बहुत स्पेशल तथा यादगार समय होता है. वे कई सारे समूह में ढेर सारे दोस्त बनाते हैं. ऐसे में कॉलेज के साथ उनकी स्थानीय आधार पर जोड़ने की रणनीति (हाइपर लोकक स्ट्रैटजी) को लेकर वह बहुत उत्साहित हैं.
उन्होंने कहा कि स्टीकर्स अपनी बात को कहने के लिए आजकल नौजवानों द्वारा अपनाये जाने वाले सबसे लोकप्रिय साधन हैं और यह विशेष स्टीकर हाइक के उपभोक्ताओं के लिए इस अनुभव को और भी अधिक निजी स्वरूप देते हैं. साल के अंत के पहले कंपनी की योजना देशभर के हजारों कॉलेजों के लिए स्टीकर पैक पेश करने की है.