बता दें कि फेसबुक ने हाल ही अपने बिजनेस चैटिंग एप वर्कप्लेस को लांच किया था. बिजनेस चैटिंग एप स्लैक के जैसा ही है. कॉरपोरेट सेक्टर में स्लैक ज्यादा उपयोग किया जाता है और कंपनी अपने वर्कप्लेस एप के जरिये स्लैक की मॉनोपॉली खत्म करना चाहती है.
विजेता ने वर्कप्लेस एप में जो कमी ढूंढी है, वो इसके एक्सेस राइट्स से जुड़ी हुई है. ये खामी इस तरह थी कि वर्कप्लेस में शामिल कोई भी कर्मचारी ऐडमिन के अकाउंट को रिसेट कर सकता है और उसके डिटेल्स बदल सकता है.