सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की दिग्गज कंपनी आईबीएम ने लास वेगास में इवेंट ‘थिंक-2018’ के दौरान माइक्रो कंप्यूटर पेश किया. कंपनी का दावा है कि यह दुनिया का सबसे छोटा कंप्यूटर है. इसे एंटी फ्रॉड डिवाइस के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा.
इस डिवाइस में एक चिप लगा है. इस चिप के अंदर प्रोसेसर, मेमोरी और स्टोरेज समेत पूरा कंप्यूटर सिस्टम मौजूद है. इस कंप्यूटर का आकार नमक के दाने के बराबर है. यह कंप्यूटर 5 साल में उपलब्ध कराने की योजना है. इसकी कीमत मात्र 7 रुपये होगी.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस आधारित इस गैजेट को वाटसन असिस्टेंट नाम दिया गया है. यह असिस्टेंट क्लाउड और इंटरनेट ऑफ थिंग्स से भी जुड़ने में सक्षम होगा.इसके साथ ही वॉइस के साथ ही टेक्स्ट के जरिये भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा.
कंपनी का कहनाहै कि यह असिस्टेंट कंपनियों को लक्ष्य कर पेश किया गया है ताकि वे अपने ब्रांड की विश्वसनीयता को विस्तृत कर सकें और उपभोक्ताओं के अनुभव को बेहतर कर सकें.
छोटे साइज के इस कंप्यूटर को क्रिप्टो एंकर प्रोग्राम के तहत बनाया गया है. इस कंप्यूटर को एंटी फ्रॉड डिवाइस भी कहा जा रहा है. कंपनी का कहना है कि इस छोटी सी डिवाइस की मदद से प्रोडक्ट्स के साथ होने वाली छेड़छाड़ को रोका जा सकता है.
इस डिवाइस की मदद से पांच साल में धोखाधड़ी और खाद्य सुरक्षा सहित अन्य मुद्दों से निपटने के लिए प्रोडक्ट्स में क्रिप्टोग्राफिक्स एंकर लगाये जा सकते हैं. इससे पूरी सप्लाई चेन में किसी भी तरह की गड़बड़ी को तुरंत पकड़ा जा सकता है.
बतातेचलें कि सप्लाई चेन में होने वाली चोरियों कीवजहसे वैश्विक अर्थव्यवस्था को हर साल लगभग 600 अरब डॉलर का नुकसान होता है.
जानकारों के मुताबिक, आईबीएम इस तकनीक के अलावा लेटिस क्रिप्टोग्राफिक एंकर, एआई पावर रोबोट माइक्रोस्कोप और क्वांटम कंप्यूटर जैसी दूसरी तकनीक भी ला रहा है जिससे प्रदूषण, पानी की कमी और धरती के बढ़ते तापमान जैसी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है.
कंपनी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी गिन्नी रोमेटी ने कंपनी के सम्मेलन ‘थिंक-2018’ के दौरान इसकी घोषणा करते हुए यह बताया कि वाटसन ने बेहद विस्तृत एकीकृत प्रणाली की शुरुआत की है. हमने इसे एपीआई से जोड़ा है, हमने इसे सूक्ष्म सेवाओं से जोड़ा है.
यह हॉस्पिटलिटी और ऑटोमोटिव के लिए पहले से तैयार है. इसे बैंकिंग, कस्टमर केयर और बीमा के लिए भी तैयार किया जा सकता है.