रांची : जी हां. यह सच है. यदि आपका मोबाइल गुम हो जाये, तो उसे खोजने में पुलिस से ज्यादा आपकी मदद गूगल करेगा. आप अपने फोन को लोकेट कर उस व्यक्ति तक पहुंच सकते हैं, जिसके पास आपका मोबाइल होगा. कोलकाता के संतोष मिश्र ने गूगल की मदद से अपना खोया हुआ मोबाइल फोन महज एक घंटे में वापस पा लिया. या यूं कहें कि 40 मिनट में.
दरअसल, मोबाइल गुम होने की जानकारी संतोष को 20 मिनट बाद हुई. उन्होंने अपने करीबी लोगों से इस पर चर्चा की. पुलिस की मदद ली जाये या नहीं. फिर उन्होंने गूगल की मदद लेने का फैसला किया और घर से सीधे अपने दफ्तर पहुंचे, क्योंकि उनके घर में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं थी और मोबाइल पहले ही गुम हो गया था. दफ्तर में सिस्टम ऑन किया और गूगल की सेटिंग मं जाकर अपने मोबाइल का लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया.
मोबाइल का लोकेशन मिल गया, तो उन्होंने इंतजार किया. तब तक लोकेशन ट्रैक करते रहे, जब तक कि फोन का मूवमेंट स्थिर नहीं होगा. थोड़ी देर बाद मूवमेंट बंद हो गया. इसके बाद संतोष अपने एक दोस्त के साथ गूगल के बताये जगह पर पहुंचे और जिस व्यक्ति के पास उनका फोन था, उससे अपना फोन वापस पा लिया.
इसे भी पढ़ें : Jharkhand : मोबाइल चार्जिंग के दौरान वीडियो गेम खेल रहे बच्चे के साथ हुआ ऐसा हादसा
संतोष बताते हैं कि तकनीक का इस्तेमाल किया जाये, तो इस काम में पुलिस की मदद की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. उन्होंने कहा कि गूगल के सेटिंग में जाकर अापको रजिस्टर करना होता है. कुछ देर के लिए आपको परेशानी महसूस होगी, क्योंकि कई बार पासवर्ड वगैरह फीड करना पड़ता है, लेकिन अंत में आप कानूनी पचड़े में पड़े बिना अपना मोबाइल हासिल कर सकते हैं. जैसा कि मैंने किया.
उन्होंने कहा कि पहले पहल उन्होंने भी पुलिस के पास जाने के बारे में ही विचार किया. लेकिन, बाद में सोचा कि पहले तकनीक का सहारा लिया जाये. काम नहीं होने पर पुलिस के पास जायेंगे. लेकिन, गूगल ने जिस तेजी से मोबाइल खोजने में मदद की, पुलिस शायद नहीं कर पाती. थकाऊ और उबाऊ कागजी कार्रवाई से गुजरना पड़ता सो अलग. लेकिन, गूगल की मदद से फोन गुम होने के एक घंटे के अंदर यह मुझे वापस मिल गया. और क्या चाहिए.
इसे भी पढ़ें : लोगों को दिया मोबाइल नंबर, कहा कुछ भी दिक्कत हो तुरंत करें फोन
संतोष मिश्र ने बताया कि इसमें कई ऑप्शन हैं. आपका फोन गुम जाये और आप ट्रैक करते समय, ‘प्ले साउंड’ (Play Sound) ऑप्शन को चूज करेंगे, तो फोन साइलेंट मोड में होगा, तो भी 5 मिनट तक रिंग होता रहेगा. जिसके पास फोन होगा वह चाहकर भी उसे बंद नहीं कर पायेगा. इससे तो आसपास का कोई भी आदमी समझ जायेगा कि फोन किसी और का है. इतना ही नहीं, आप इनेबल लॉक एंड इरेज (Enable Lock and Erase) ऑप्शन के जरिये अपने फोन के तमाम डाटा को उड़ा सकते हैं. फोन भी लॉक हो जायेगा.