1,000 लीटर शुद्ध पानी अब 60 रुपये में, आइआइटी खड़गपुर का कमाल
कोलकाता: आइआइटी खड़गपुर ने पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले के पोरापारा में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करने वाली, समुदाय समर्थित एक परियोजना विकसित की है. संस्थान ने एक बयान में बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) खड़गपुर के ग्रामीण विकास केंद्र के डॉक्टर सोमनाथ घोषाल ने पूरी तरह स्वचालित पेयजल सुविधा केंद्र स्थापित किया […]
कोलकाता: आइआइटी खड़गपुर ने पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले के पोरापारा में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करने वाली, समुदाय समर्थित एक परियोजना विकसित की है.
संस्थान ने एक बयान में बताया कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) खड़गपुर के ग्रामीण विकास केंद्र के डॉक्टर सोमनाथ घोषाल ने पूरी तरह स्वचालित पेयजल सुविधा केंद्र स्थापित किया है.
यहां पानी को पराबैंगनी किरणों से कई चरणों में फिल्टर कर पीने योग्य बनाया जायेगा. इस सुविधा केंद्र के जरिये 60 परिवारों को रोजाना करीब 1,000 लीटर शुद्ध पेयजल मिलेगा, जिसके लिए प्रत्येक परिवार को मात्र एक रुपयादेनाहोगा.
इसके लिए जमीन गांववालों ने नि:शुल्क उपलब्ध करायी थी, जबकि आइआइटी खड़गपुर ने इसके ढांचे का निर्माण किया और पूरी परियोजना का खर्च उठाया.
बयान में बताया गया कि गांववाले 10 साल पहले शुरू हुई सुविधा पर जल कार्ड का इस्तेमाल कर जल एटीएम वेंडिंग मशीन के माध्यम से पेयजल प्राप्त कर रहे हैं.
घोषाल ने कहा कि इस तरह की स्व-प्रबंधन वाली जल शुद्धिकरण इकाईयों के रख-रखाव में ज्यादा खर्च नहीं आता और इनमें एक बार ही निवेश करना होता है.
यह निवेश निजी एवं सार्वजनिक कंपनियों के कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) की गतिविधियों का हिस्सा हो सकता है.