नयी दिल्ली : व्हाट्सएप ने शुक्रवार को कहा कि उसे मैसेंजिंग एप पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी की कोई जगह नहीं है. वह ऐसी सामग्रियों के प्रसार के खिलाफ सख्त कदम उठाता रहा है. इसमें यूजर्स की शिकायत के आधार पर खाता बंद करना भी शामिल है. व्हाट्सएप ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी को ‘घिनौना’ करार देते हुए कहा कि वह एजेंसियों के अनुरोध पर इस तरह के अपराधों की जांच करेगी.
व्हाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा, ‘हम उन संदेशों को नहीं देख सकते हैं, जो लोग एक-दूसरे को भेजते हैं. हम यूजर्स की शिकायत के आधार पर खाते बंद करने समेत अन्य कदम उठा सकते हैं.’ उन्होंने कहा कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी के लिए हमारे मंच पर कोई जगह नहीं है. कंपनी की ओर से यह टिप्पणी सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया के बाद आयी है.
कोर्ट ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार और गूगल, माइक्रोसॉफ्ट तथा फेसबुक समेत दिग्गज इंटरनेट कंपनियां बलात्कार, चाइल्ड पोर्नोग्राफी और आपत्तिजनक सामग्री को ‘खत्म करने’ की जरूरत पर सहमत हैं. इसमें कहा गया है कि केंद्र द्वारा दिये गये सुझावों के कार्यान्वयन के उद्देश्य से हर इकाई को मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) का मसौदा या प्रस्ताव देना होगा.
जस्टिस मदन बी लोकूर और यूयू ललित की पीठ ने कहा, ‘सभी लोग सहमत हैं कि चाइल्ड पोर्नोग्राफी, बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के वीडियो को जड़ से हटाये जाने की जरूरत है. इस आधार पर एसओपी का प्रस्ताव/ मसौदा तैयार किया जायेगा.’