नयी दिल्ली : देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) का चालू वित्त वर्ष की 31 दिसंबर, 2018 को समाप्त तीसरी तिमाही का शुद्ध लाभ 17.21 फीसदी घटकर 1,489.3 करोड़ रुपये रह गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,799 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. यह करीब पांच साल में कंपनी के तिमाही लाभ में सबसे बड़ी गिरावट है.
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मारुति ने कहा है कि उसका प्रदर्शन पर त्योहारी सीजन में कारों की बिक्री उम्मीद से कम रहने, मोटर पार्ट्स की कीमतों के बढ़ने और रुपये में गिरावट की वजह से गंभीर असर पड़ा. कंपनी ने बयान में कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 5.41 फीसदी बढ़कर 20,585.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 19,528.1 करोड़ रुपये रही थी. तिमाही के दौरान कंपनी की वाहन बिक्री का आंकड़ा इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.6 फीसदी घटकर 4,28,643 इकाई रह गया.
कंपनी ने कहा कि कई प्रतिकूल कारक एक साथ आने की वजह से उसका मुनाफा प्रभावित हुआ है. इसमें मोटर पार्ट्स की कीमतों के बढ़ने तथा रुपये में गिरावट, ऊंचा विपणन एवं बिक्री खर्च आदि शामिल है. इसके अलावा, संसाधनों तथा ऊंची अनुमानित वृद्धि के अनुमान के तहत क्षमताओं पर ऊंचे खर्च से उसका मुनाफा प्रभावित हुआ है.
कंपनी ने कहा कि इन कारकों की वजह से लागत कटौती और कर्मचारियों तथा आपूर्तिकर्ता भागीदारों से मिले सुझावों का प्रभाव आंशिक रूप से घट गया. यह लगातार दूसरी तिमाही है, जब कंपनी का मुनाफा घटा है. चालू वित्त वर्ष की 30 सितंबर, 2018 को समाप्त दूसरी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 9.8 फीसदी घटकर 2,240.4 करोड़ रुपये रहा था.
कंपनी ने कहा कि यह चार साल में कंपनी के तिमाही मुनाफे में पहली गिरावट थी. तीसरी तिमाही में कंपनी के मुनाफे में गिरावट करीब पांच साल में उसके तिमाही लाभ में सबसे बड़ी गिरावट है. 2013-14 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 35.46 फीसदी घटकर 800.1 करोड़ रुपये रहा था. बंबई शेयर बाजार में शुक्रवार को मारुति का शेयर 7.4 फीसदी टूट गया.