नयी दिल्ली:माइक्रोसॉफ्ट के ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज 7 का अंत नजदीक आ गया है. माइक्रोसॉफ्ट ने इस साल की शुरुआत में विंडोज एक्सपी के लिए सपोर्ट खत्म कर दिया था. कंपनी की तरफ से सपोर्ट खत्म करना एक तरह से ऑपरेटिंग सिस्टम का आधिकारिक अंत है.
माइक्रोसॉफ्ट 13 जनवरी, 2015 तक ही विंडोज 7 को सपोर्ट देगी. इसके बाद विंडोज 7 के लिए कोई अपडेट या सिक्योरिटी पैच जारी नहीं किया जायेगा. इसकी वजह से हैकर्स के लिए विंडोज 7 में सेंध लगाना आसान हो जायेगा. कंप्यूटर में वायरस का खतरा बढ़ जायेगा. हो सकता है कि कई नये सॉफ्टवेयर कंप्यूटर में न चलें, भले ही वे माइक्रोसॉफ्ट के ही क्यों न हों. नये बनने वाले हार्डवेयर के लिए सपॉर्ट नहीं मिलेगा.
माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम से यूजर्स बड़े तौर पर प्रभावित होंगे. जिन बिजनस ने एक्सटेंडेड विंडोज 7 सपोर्ट लिया है, उन्हें अगले पांच सालों यानी 14 जनवरी 2020 तक सपोर्ट मिलेगा. विंडोज एक्सपी के बंद होने से ज्यादातर बिजनस विंडोज 8 की जगह अभी विंडोज 7 पर ही जा रहे हैं.