फेसबुक ने डिलीट किए 2.2 अरब यूजर अकाउंट्स, जानिए कारण
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने 2.2 बिलियन अकाउंट्स डिलीट किए हैं. कंपनी के मुताबिक ये फर्जी अकाउंट्स थे. फेक अकाउंट्स पर किया जाने वाला फेसबुक की तरफ से अब तक सबसे बड़ा प्रहार है. आपको बता दें कि कंपनी ने इससे पहले भी 1.2 अरब फेस अकाउंट्स डिलीट किए थे. अक्टूबर से दिसंबर(2018) के बीच […]
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक ने 2.2 बिलियन अकाउंट्स डिलीट किए हैं. कंपनी के मुताबिक ये फर्जी अकाउंट्स थे. फेक अकाउंट्स पर किया जाने वाला फेसबुक की तरफ से अब तक सबसे बड़ा प्रहार है. आपको बता दें कि कंपनी ने इससे पहले भी 1.2 अरब फेस अकाउंट्स डिलीट किए थे. अक्टूबर से दिसंबर(2018) के बीच कंपनी ने इन अकाउंट्स को हटाया था. फेसबुक ने इनफोर्समेंट रिपोर्ट जारी की है जिसमें फेसबुक द्वारा अक्टूबर 2018 से लेकर मार्च 2019 तक लिए गए ऐक्शन के बारे में जिक्र है. इस दौरान फेसबुक ने अकाउंट्स और पोस्ट को हटाए हैं जो फर्जी थे. इस तीन महीने में कंपनी 2.2 अरब से ज्यादा फेक अकाउंट्स और पोस्ट हटाए हैं.
फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कहा है कि हार्मफुल कंटेट के प्रसार को समझने से कंपनियों और सरकारों को बेहतर सिस्टम बनाने और उससे डील करने में मदद मिलती है. फेसबुक को अनुमान है कि अब भी कुल यूजर्स यानी 2.4 अरब मंथली ऐक्टिव यूजर्स में से 5% फेक हैं यानी ये 119 मिलियन अकाउंट्स फेक हैं. पिछली रिपोर्ट में ये आंकड़ा 3 से 4% का था, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ गयी है. रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने न सिर्फ फेक अकाउंट डिलीट किए हैं, बल्कि पोस्ट भी डिलीट किए हैं. फेसबुक ने कहा है कि कंपनी ने लगभग 7.3 मिलियन पोस्ट्स, फोटोज और दूसरे मेटेरियल फेसबुक प्लेटफॉर्म से हटाए हैं.
वजह ये है कि ये पोस्ट कंपनी के नियम का उल्लंघन करते थे और हेट स्पीच वाले थे. पिछले छह महीने में इस तरह के पोस्ट 5.4 मिलियन थे, जो बढ़ कर 7.3 मिलियन हुए. फेसबुक ने कहा है कि 65% हेट स्पीच वाले पोस्ट की पहचान कंपनी ने खुद की है, बिना किसी के रिपोर्ट किए हुए. कंपनी ने ऐसा 2019 के पहले तीन महीने में किया है. पिछली बार इसी महीने में कंपनी ने 52 फीसदी हेट स्पीच वाले पोस्ट हटाए थे. गौरतलब है कि फेसबुक दावा करता है कि कंपनी के पास फेक न्यूज, फोटो, पोस्ट, कॉमेन्ट्स और वीडियोज को रिव्यू करने के लिए हजारों कर्मचारी हैं. इसके साथ ही कंपनी इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भी यूज करती है, लेकिन फिर भी अब तक ऐसा कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिला है.