पटना: सब लोग सफल होने के सपने देखते हैं लेकिन लक्ष्य बहुत कम तय करते हैं. लक्ष्य बनायेंगे तो उसे पाने की कोशिश करेंगे नहीं तो सपने में ही घूमते रह जायेंगे. लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए लांग एफर्ट जरूरी है. कहीं ऐसा न हो कि आपका दिमाग ही आपके खिलाफ बगावत कर दे. बेहद आर्डिनरी लोग लगातार काम कर सफल हो जाते हैं. आपको इसकी राह में दर्द भी मिलेंगे. लेकिन याद रखें कि दुख में ही सुख है. सुख में ही दुख है. यही दर्द आगे सुख देगा और अभी का सुख आगे दुख देगा.
आप मोबाइल से दूर रहिए क्योंकि यह आपकी जिंदगी को दीमक की तरह खा रहा है. रोज कम से कम पांच घंटे फोन पर देने से आपकी जिंदगी खराब हो रही है. यह जान लीजिए टाइम गया तो गया. यह बातें रविवार को बापू सभागार मशहूर लेखक चेतन भगत ने कही. वह यहां बिहार सरकार की ओर से आयोजित कौशल महोत्सव के दूसरे दिन बोल रहे थे. इसमें अपनी प्रेरणादायक बातों से उन्होंने छात्र-छात्राओं को जिंदगी की राह दिखायी. उन्होंने गलतियों से सावधान भी किया और आगे बढ़ने का तरीका भी बताया.
उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी किसी कार्य को असफलता के डर से नहीं छोड़ें. असफलता हमें बहुत कुछ सीखा जाती है. यह बताती है कि जीवन के सफर में हमें कैसे आगे बढ़ना है और हमारी क्या कमियां हैं. उन कमियों को हम दूर कर ले तो जरूर सफल होंगे.
कम उम्र में इश्क-मुहब्बत भी भटकाव है
चेतन ने आगे कहा कि इश्क मुहब्बत भी एक भटकाव ही है. ब्रेकअप के बाद मजनूं नहीं बनें क्योंकि यूपीएससी वाले आपके लिए डेट नहीं बढ़ाएंगे. असफलता तो मिलेगी ही यह तय है. लेकिन कभी भी छोड़ो मत. रोना धोना कर लो, लड़ लो-झगड़ लो लेकिन गिव अप मत करो. जिंदगी में सफलता और खुशी पाने के लिए तमाम संघर्ष करने पड़ते हैं.