एप्पल का नया ”आईओएस 8” है लाजवाब
‘आईफोन 6’ और ‘आईफोन 6 प्लस’ के लांच होते ही आप जरूर एक आईफोन अपने लिए बुक करवाना चाहते हों लेकिन, अगर इसके बावजूद आप अपने आईफोन से कुछ कूल फीचर एप्प्ल के नये सॉफ्टवेयर से पा सकते हैं. दुनिया की जानीमानी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एपपल ने बुधवार को अपना एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम ‘आईओएस […]
‘आईफोन 6’ और ‘आईफोन 6 प्लस’ के लांच होते ही आप जरूर एक आईफोन अपने लिए बुक करवाना चाहते हों लेकिन, अगर इसके बावजूद आप अपने आईफोन से कुछ कूल फीचर एप्प्ल के नये सॉफ्टवेयर से पा सकते हैं. दुनिया की जानीमानी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एपपल ने बुधवार को अपना एक नया ऑपरेटिंग सिस्टम ‘आईओएस 8’ लांच किया है. आईओएस 8 बेहतरीन फीचरों से भरा हुआ है. इसका इस्तेमाल अभी आईफोन 4 में किया जा सकता है. देखें आईओएस 8 कुछ लाजवाब फीचर.
आसान ईमेलिंग:
आईओएस 8 के साथ ईमेलिंग बिल्कुल असान है. ईमेल में बांयीं ओर स्वाइप करने पर ‘मोर’ और ‘अर्काइव’जैसे ऑप्सन से आप आसानी से रिप्लाई मेल या मेल फॉरवार्ड का ऑप्सन पा सकते हैं. वहीं दायीं ओर स्वाइप करने पर ‘मार्कएज अनरीड’ का ऑप्सन पा सकते हैं.
ऑटो-करेक्सन फीचर:
आईओएस 8 के नये क्विक टाइप फीचर के साथ अब बुरे ऑटेकरेक्सन को बाय-बाय कह दें. नया आईओएस 8 आई-मैसेजिंग और ईमेल के शब्दों को आपके ही लिखने के अंदाज में स्टोर करके मैसेजिंग को और आसान करता है. यह आईमैसेज और ईमेल में टाइप किये गऐ शब्दों की नकल करके आको मैसेजिंग में सहायता करता है.
वाईस टैक्स्ट:
आईओएस 8 अपने बेहतरीन फीचर के साथ आपको नया एक्सपीरियेंस देता है. आईओएस 8 का फन फीचर आपको नया अनुभव देता है. नये ऑपरेटिंग सिस्टम आईओएस 8 के साथ आईमैसेज में ‘वाइस मैसेज’ भेजने की भी सुविधा दी गई है. अपनी आवाज रिकार्ड करने के लिए आई-मैसेज के नीचे दायीं ओर की रिकार्ड बटन को कुछ देर तक होल्ड करके रखना होगा और इसे अपने फैंड को सेंड करें. इस मैसेज को सुनने के लिए अपने आईफोन के आईमैसेज में प्ले बटन को होल्ड करें या फिर अपने आई फोन को उपर आपने कानों के पास कुछ देर के लिए रखें.
बेहतर ग्रुप मैसेजिंग:
संभव है कि ग्रुप मैसेज से कभी कभ्ज्ञी आप परेशान हो जाते होंगे. आपके इसी प्रॅब्लम को सॉल्व करने के लिए एप्प्ल का नया ऑपरेटिंग सिस्टम एक ऐसा ही फीचर लाया है. इसमें आप अपने ग्रुप से खुद को या किसी को भी आई-मैसेज से आसानी से रिमूव कर सकते हैं.
फिटनेस फैंड:
एप्पल का नया ऑपरेर्टिंग सिस्टम आके फिटनेस का भी खयाल रखता है. अगर अपने फोन में ‘फिटबिट’ फिटनेस ट्रैकर पाते हैं तो ‘हेल्थकिट’ से आप फिट रह सकते हैं. यह आपके फिटनेस ट्रैकर से सभी डेटा ट्रैक करके इसे आपके डॉक्टर तक पहुंचा सकता है.