चीनी स्मार्टफोन कंपनी जियाओमी पर जासूसी के आरोप लगने के बाद जियाओमी ने चीन से बाहर के सभी यूजरों के पर्सनल डेटा को देश से बाहर भेजने का फैसला लिया है.चीनी कंपनी अपने कस्टमर्स के इंफोर्मेसन को पेकिंग के बजाय यूएस और ब्रिटेन में भेजेगी.
बता दें कि जियाओमी कंपनी पर शुरु से ही पर्सनल डेटा को शेयर करने का आरोप लगता रहा है. कई भारतीय यूजरों ने कंपनी पर आरोप लगाया था कि यह उनके पर्सनल इंफोर्मेसन को चीनी खूफिया एंजेंसियों को शेयर कर रही है.
भारतीय वायु सेना ने भारत में जियाओमी स्मार्टफोन के बढते क्रेज को भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. सेना ने बताया कि जियाओमी कंपनी भारतीय यूजरों के डेटा को चीनी सर्वर को भेज रही है. इसने अपने सभी कर्मचारियों को जियाओमी स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से मना किया है.
कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट ह्यूगो बारा ने इसपर सफाई देते हुए गूगल प्लस पर बताया कि जियाओमी कंपनी चीन से बाहर यूजर्स के डेटा को अमेरिकी कंपनी अमेजन और सिंगापुर के डेटा सेंटर में भेजेगी.
सुरक्षा कारणों के मामले पर बिना कुछ बोले उन्होंने बताया कि यह डेटा चीन के बाहर रखने से भारत, मलेशिया और सिंगापुर के ग्राहकों को बेहतर स्पीड मिलेगी. उन्होंने ने आगे बताते हुए कहा कि आने वाले सालों में कंपनी भारत और मलेशिया जैसे देशों में अपने प्रोडक्ट का विस्तार करने वाली है.
इस साल के शुरुआत में एप्पल कंपनी ने भी कुछ ऐसा ही कदम उठाया था.जिसमें एप्पल कंपनी ने चीन के यूजरों के डेटा को चीनी टेलीकॉम को भेज दिया था. बता दें कि अगस्त महीने में एफसिक्योर ने जियाओमी रेडमी 1 एस पर डेटा भेजने का आरोप लगाया था. इसके लिए कंपनी ने गडबडी मानते हुए अपडेट जारी किया था.