2023 के फेस्टिव सीजन में ऑटो सेक्टर में मचेगी धूम, एक्सपर्ट से जानें क्या है कारण?
आम तौर पर भारत में फेस्टिव सीजन ऑटो सेक्टर में वाहनों की बिक्री बढ़ाने में मददगार साबित हुआ है. इस साल फेस्टिव सीजन पिछले साल के मुकाबले कुछ लंबा होने वाला है, जिस कारण ऑटो कंपनियां इसे सकारात्मक तरीके से देख रही हैं.
नई दिल्ली : भारत में फेस्टिव सीजन का आगाज हो गया है. साल 2023 के फेस्टिव सीजन से ऑटो सेक्टर की कंपनियों की काफी उम्मीदें हैं. इस सेक्टर में पहली तिमाही के नतीजे बेहतर रहे हैं. इसलिए, कंपनियों को उम्मीद है कि इस साल के फेस्टिव सीजन के दौरान ऑटो सेक्टर में धूम मचेगा. इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि साल 2023 का फेस्टिव सीजन पिछले साल के मुकाबले कहीं अधिक लंबा होने वाला है. घरेलू वाहन निर्माता कंपनी मारुति-सुजुकी ने अनुमान जाहिर किया है कि इस साल के फेस्टिव सीजन के दौरान वाहनों की बिक्री पिछले साल के मुकाबले बेहतर रह सकती है. खासकर, यात्री वाहनों की बिक्री 10 लाख के आंकड़े को पार कर सकती है. इन संकेतों से अनुमान यह लगाया जा रहा है कि इस साल के फेस्टिव सीजन में ऑटो सेक्टर की कंपनियों को फायदा हो सकता है. आइए, जानते हैं कि एक्सपर्ट क्या कहते हैं…
ऑटो सेक्टर में वाहनों की मांग बढ़ने का अनुमान
यस सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, पहली तिमाही में ऑटो सेक्टर की कंपनियों का कारोबारी प्रदर्शन बेहतर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस वित्त वर्ष में ऑटो सेक्टर में वाहनों की मांग पिछले साल के मुकाबले बेहतर रह सकती है. इसके साथ ही, सभी सेग्मेंट से बेहतर मांग के संकेत मिल रहे हैं. ग्रामीण इलाकों से मांग बढ़ने, नए वाहनों की लॉन्चिंग और सरकार की तरफ से खर्च बढ़ने का फायदा सेक्टर को मिल सकता है.
ऑटो कंपनियों के लिए सकारात्मक होगा फेस्टिव सीजन
वहीं, सीएनबीसी के साथ हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान लैंडमार्क कार्स के कार्यकारी अध्यक्ष संजय ठक्कर ने ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के लिए सकारात्मक दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला, जिसमें लंबे फेस्टिव सीजन और बिक्री के बाद के कारोबार में तेजी पर विशेष जोर दिया गया. उन्होंने कहा कि आम तौर पर भारत में फेस्टिव सीजन ऑटो सेक्टर में वाहनों की बिक्री बढ़ाने में मददगार साबित हुआ है. उन्होंने कहा कि इस साल फेस्टिव सीजन पिछले साल के मुकाबले कुछ लंबा होने वाला है, जिस कारण ऑटो कंपनियां इसे सकारात्मक तरीके से देख रही हैं. इस साल हमारे पास लंबा फेस्टिव सीजन है, जो एक बहुत अच्छा संकेत है. उनका मानना है कि इस दौरान नई कारों की बिक्री को बढ़ावा देना और प्रीमियम कार सेगमेंट में मजबूत स्थिति बनाए रखना बेहद जरूरी है.
फेस्टिव सीजन में बढ़ जाती है कारों की बिक्री
इसके अलावा, मारुति-सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन व बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने अगस्त महीने में ही कहा था कि आमतौर पर त्योहारों के दौरान बिक्री बढ़ जाती है, जो पूरे वर्ष होने वाली बिक्री का करीब 22-26 फीसदी है. उन्होंने कहा कि इस साल उद्योग में मजबूत बिक्री देखी गई और आने वाले महीनों में भी इसके जारी रहने की उम्मीद है.
फेस्टिव सीजन में टाटा मोटर्स की होगी धमाकेदार शुरुआत
भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स साल 2023 के फेस्टिव सीजन लाइन-अप की नई एसयूवी से करने का मन बना रही है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि वाहन निर्माता कंपनी चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के दौरान छह नए और अपडेटेड प्रोडक्ट पेश करेगी. इसके लिए कंपनी ने तैयारी शुरू कर दी है. अभी हाल के दिनों में पहली तिमाही के नतीजे घोषित किए जाने के बाद टाटा मोटर्स के ग्रुप सीएफओ (मुख्य वित्त अधिकारी) पीबी बालाजी ने कहा कि लॉन्चिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है और हम लॉन्च के एक नए सीरीज के साथ आगे बढ़ेंगे.
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एक अरब डॉलर निवेश करेगी टाटा मोटर्स
यात्री वाहनों में विकास की गति को बनाए रखने और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी वाणिज्यिक वाहन बाजार में खोई हुई हिस्सेदारी को वापस पाने के लिए टाटा मोटर्स वित्त वर्ष 2024 में लगभग 8,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. यह अब तक का सबसे अधिक वार्षिक निवेश है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ऊपर बताए गए नए उत्पाद लॉन्च से कार कारोबार में तेजी लाने में मदद मिलेगी. बालाजी ने कहा कि 8,000 करोड़ रुपये का निवेश उत्पादों और प्रौद्योगिकियों में होगा, जिसका एक बड़ा हिस्सा ऑटो एक्सपो में प्रदर्शित किया गया था और कंपनी विकास की गति को बनाए रखने के लिए योजनाओं को क्रियान्वित करने पर ध्यान केंद्रित करेगी. कंपनी जेएलआर कारोबार में अतिरिक्त रूप से 30,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.