क्या आप फोन के बिना नहीं रह सकते ?… कहीं आप नोमोफोबिया के शिकार तो नहीं
वाशिंगटन : क्या आप फोन के बिना एक मिनट भी नहीं रह सकते है. अमेरिका के वैज्ञानिकों ने अनुंसधान से एक बीमारी का पता लगाया है. वैज्ञानिकों ने प्रश्नों की एक सूची तैयार की है, जो इस बात का पता लगाती है कि आप नोमोफोबिया के शिकार है कि नहीं. किग्लीर यल्दीग्रम ,रिसर्च स्कालर ,लोवा […]
वाशिंगटन : क्या आप फोन के बिना एक मिनट भी नहीं रह सकते है. अमेरिका के वैज्ञानिकों ने अनुंसधान से एक बीमारी का पता लगाया है. वैज्ञानिकों ने प्रश्नों की एक सूची तैयार की है, जो इस बात का पता लगाती है कि आप नोमोफोबिया के शिकार है कि नहीं.
किग्लीर यल्दीग्रम ,रिसर्च स्कालर ,लोवा स्टेट यूनिवर्सिटी अना -पोला क्रोया एसोशिएट प्रोफेसर आइएसयू स्कूल ऑफ एजुकेशन ने मिलकर मार्डन- डे फोबिया के चार आयामों का खोज की है. अनुसंधान में भाग लेने वाले लोगों से सवाल पूछा गया और उनके जबाब के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गयी.
पूछे गये सवालों में वैसे सवाल शामिल थे जिनसे अनुसंधान में भाग लेने वाले को स्मार्टफोन के प्रति लगाव का सहज अनुमान लगाया जा सकें. इन सवालों में ऐसे सवाल थे जैसे क्या आप जब लगातार स्मार्टफोन में आने वाली सूचनाओं को नही देख पाते हूं तो परेशान महसूस करते है, क्या ?. ‘ क्या आप अपने स्मार्टफोन को लेकर चिंतित रहते है.
कई लोगों ने इसके जबाब मैं हां बताया गौरतलब है कि जबाब वाले कॉलम में एक से सात स्केल है. एक में पूरी तरह से असहमत से लेकर सात में पूरी तरह से सहमत तक का विकल्प था.कई लोगों ने यह भी बताया कि जब उनके पास इंटरनेट नहीं रहता है तो वो काफी बैचेन महसूस करते है.