फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने आज निदेशक मंडल के सदस्य मार्क एंड्रीसन के ट्वीट पर छिड़े विवाद के बाद खेद जताया और अपने पोस्ट में लिखा है कि उनके बयान का प्रतिनिधित्व ना तो फेसबुक करता है और ना ही मैं. उन्होंने लिखा कि उनकी टिप्पणी निहायत ही परेशान करने वाली थी.
https://www.facebook.com/zuck/posts/10102645335962321
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि व्यक्तिगत तौर पर भारत उनके और फेसबुक के लिए काफी मायने रखता है. उन्होंने कहा कि अपने मिशन के तहत जब मैं भारत गया, तो वहां की मानवता और लोगों के स्वभाव और सिद्धांतों से मैं प्रभावित हुआ. मैं यह मानता हूं कि अगर पूरी दुनिया अपने अनुभवों को साझा करेगी, तो पूरी दुनिया विकास के पथ पर अग्रसर होगा.
उन्होंने लिखा है कि फेसबुक उन लोगों की मदद के लिए खड़ा है जो अपना भविष्य बनाने के लिए अपनी आवाज उठाना चाहते हैं. लेकिन भविष्य बनाने के लिए हमें अतीत को समझना होगा. भारत में जैसे-जैसे हमारा समुदाय बढ़ा है, हमने भारत की सभ्यता और संस्कृति को समझा है. भारत ने जिस प्रकार तरक्की की है और खुद को एक मजबूत देश के रूप में स्थापित किया है, मुझे उससे काफी प्रेरणा मिली है. मैं विश्व के इस सबसे बड़े लोकतंत्र के अपने संबंधों को मजबूत बनाने में यकीन रखता हूं.
गौरतलब है कि कल फेसबुक के निदेशक मंडल के एक सदस्य मार्क एंड्रीसन ने भारत विरोधी टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद जुकरबर्ग को यह सफाई देनी पड़ी है. भारत में फेसबुक के 108,000,000 यूजर्स हैं. विश्व में फेसबुक के सर्वाधिक यूजर्स अमेरिका में हैं उसके बाद ब्राजील और तीसरे स्थान पर भारत है.