स्मार्टफोन से पढ़ने वाले छात्रों की संख्या में हो रहा है इजाफा, जानिये अभिभावकों ने क्या कहा
नयी दिल्ली : भारत में ऑनलाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने वाली कंपनी बायजू ने एक अध्ययन में पाया कि स्मार्टफोन पर पढाई करने से विद्यार्थियों को खुद पढाई करने में मदद करती है. उन्हें अवधारणाओं को समझने तथा अध्याय को जल्दी खत्म करने में सक्षम बनाती है. कंपनी ने यह जानकारी अपने ‘स्मार्टफोन आधारित शिक्षण […]
नयी दिल्ली : भारत में ऑनलाइन शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने वाली कंपनी बायजू ने एक अध्ययन में पाया कि स्मार्टफोन पर पढाई करने से विद्यार्थियों को खुद पढाई करने में मदद करती है. उन्हें अवधारणाओं को समझने तथा अध्याय को जल्दी खत्म करने में सक्षम बनाती है. कंपनी ने यह जानकारी अपने ‘स्मार्टफोन आधारित शिक्षण सामग्री का के-12 एप के विद्यार्थियों पर प्रभाव’ अध्ययन के आंकडे जारी करते हुए दी.
गौरतलब है कि कंपनी के-12 एप के माध्यम से कक्षा चार से 12 एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की शिक्षण सामग्री स्मार्टफोन पर उपलब्ध कराती है. कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि उसके अध्ययन के दौरान 97 प्रतिशत विद्यार्थियों ने कहा कि इस एप के माध्यम से वह अपना पाठ जल्दी खत्म कर लेते हैं. 82 फीसदी अभिभावकों ने कहा कि एप की वजह से बच्चे स्वयं पढने को प्रेरित होते हैं. वहीं 93 फीसदी अभिभावकों का कहना है कि इससे उनके बच्चों के परिणामों में सुधार आया है.
कंपनी के सह-संस्थापक प्रवीण प्रकाश के अनुसार, हमारा अध्ययन दर्शाता है कि कैसे तकनीक के द्वारा बच्चों की पढाई के तरीकों में बदलाव आ रहा है. शिक्षा क्षेत्र में तकनीक का इस्तेमाल बच्चों के पढने और सीखने के तरीके को पूरी तरह से बदल रहा है. हमारे एप का इस्तेमाल करके विकसित होने वाले विद्यार्थियों की बडी संख्या है. वास्तव में अभिभावक खुद बताते हैं कि कैसे तकनीक की मदद से उनके बच्चों में पढाई के प्रति रुचि पैदा हुई है और वे अध्याय को रटने के बजाए अब अवधारणा को मूल रुप से समझते हैं.