अापकी ऑफलाइन खरीदारी पर भी है गूगल की नजर, जानें क्या है खतरा

नयी दिल्ली: आपकी ऑनलाइन गतिविधियों को ट्रैक करनेवाला गूगल अब आपकी ऑफलाइन शॉपिंग पर भी नजर रखनेवालाहै. दरअसल,सर्च इंजन गूगल करोड़ों यूजर्स के क्रेडिट और डेबिट कार्ड को ट्रैक करने की तैयारी में है. गूगल ऐसा ऑनलाइन विज्ञापन के लिए कर रही है ताकि वह आपके ऑफलाइन खर्च किये गये पैसों कीतुलना ऑनलाइन खर्च से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2017 5:56 PM
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नयी दिल्ली: आपकी ऑनलाइन गतिविधियों को ट्रैक करनेवाला गूगल अब आपकी ऑफलाइन शॉपिंग पर भी नजर रखनेवालाहै. दरअसल,सर्च इंजन गूगल करोड़ों यूजर्स के क्रेडिट और डेबिट कार्ड को ट्रैक करने की तैयारी में है.

गूगल ऐसा ऑनलाइन विज्ञापन के लिए कर रही है ताकि वह आपके ऑफलाइन खर्च किये गये पैसों कीतुलना ऑनलाइन खर्च से कर सके.इस बारे में गूगल ने कहा है कि अमेरिका में कंपनी ने 70 प्रतिशत क्रेडिट और डेबिट कार्ड के ट्रांजैक्शन को ट्रैक किया है.

यहां आपके लिए यह जानना जरूरी है कि गूगल न सिर्फ एक सर्च इंजन है, बल्कि यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा कमाई करने वाले विज्ञापन नेटवर्क में से एक है.आपकी ऑफलाइन ट्रांजैक्शन पर नजर रखनेके लिए गूगल ने ऐसी कंपनियों के साथ पार्टनर्शिप की है, जो ऑफलाइन खरीदारियों का ट्रैक रिकॉर्ड रखते हैं.

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यूजर्स केनिजी जीवन में दखल
इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि गूगल का यह कदम उसे विज्ञापन को ट्रैक करने में मदद तो करेगा, लेकिन साथ ही उनके ऐल्गोरिद्म को और भी मजबूत करेगा. यह निश्चित तौर पर यूजर्स की पर्सनल जिंदगी में दखल देगा. आने वाले समय में संभवतः दूसरी विज्ञापन देने वाली कंपनियों को भी यूजर्स की असल जिंदगी मे दखल देने में मदद करेगा. गूगल द्वारा एकत्र किये गये डेटा का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. दूसरी विज्ञापन देने वाली कंपनियां भी इन डेटा का गलत इस्तेमाल कर सकती हैं. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स और प्राइवेसी के जानकार इसे गलत मानते हैं, लेकिन गूगल को इसमें कोई बुराई नहीं दिखती. ऐसा इसलिए क्योंकि गूगल का बिजनेस मॉडल ही ऐसा है.

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