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Aadhaar 2.0 की तरफ बढ़ रहा UIDAI, डिजिटल सम्मेलन में बोले सौरभ गर्ग, साइबर सुरक्षा समेत होंगे ये फायदे

New Version of Aadhaar: आधार कार्ड जारी करने वाली संस्था UIDAI अब Aadhaar 2.0 की तरफ बढ़ रहा है. इसके बाद साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन आने की उम्मीद है. जानें इसके और क्या-क्या फायदे होंगे...

By Agency | January 11, 2022 11:15 PM
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Aadhaar 2.0: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सौरभ गर्ग ने मंगलवार को कहा कि प्राधिकरण ‘आंशिक सत्यापन’ को सक्षम बनाने वाले समाधानों पर गौर करने के लिए तैयार है. गर्ग ने ‘भारत डिजिटल सम्मेलन-2022’ को संबोधित करते हुए कहा कि UIDAI ऐसे समाधानों के बारे में उद्योग जगत की राय जानने को भी उत्सुक है.

उन्होंने कहा, ‘हम आंशिक सत्यापन पर भी गौर करने को तैयार हैं. संभव है कि कुछ लोग सिर्फ उम्र की पुष्टि करना चाहते हों और उनका इससे ज्यादा जानकारी पाने का इरादा न हो.’ इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) ने किया है.

आधार कार्ड (Aadhaar Card) जारी करने वाली संस्था आधार के अद्यतन संस्करण ‘आधार 2.0’ (Aadhaar 2.0) की तरफ कदम बढ़ा रही है और ब्लॉकचेन एवं क्वॉन्टम कंप्यूटिंग के इस्तेमाल की संभावनाओं पर भी गौर कर रही है. यूआईडीएआई के प्रमुख ने कहा, ‘इन मुद्दों पर उद्योग जगत की राय जानने से ही पता चल पायेगा कि उनकी मांग किस तरह की है और हम उसके हिसाब से सुविधा मुहैया कर पाते हैं या नहीं.’

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उन्होंने कहा कि सिर्फ किसी व्यक्ति के खास इलाके का निवासी होने की पुष्टि के लिए भी सत्यापन की जरूरत पड़ सकती है. उन्होंने कहा कि इस तरह की सेवाएं देने के लिए प्राधिकरण ने अभी तक समाधान नहीं विकसित किये हैं, लेकिन इसके बारे में गौर करने के लिए तैयार है.

हर दिन 5 करोड़ से अधिक आधार सत्यापन

श्री गर्ग ने कहा कि आधार नंबर के माध्यम से दैनिक स्तर पर पांच करोड़ से भी अधिक सत्यापन किये जा रहे हैं और हर महीने आधार-समर्थित भुगतान प्रणाली के जरिये 40 करोड़ से भी अधिक बैंकिंग लेनदेन (Banking Transactions) किये जा रहे हैं. उन्होंने ‘आधार 2.0’ (Aadhaar 2.0) का जिक्र करते हुए कहा कि इससे स्वचालित बायोमीट्रिक मिलान अधिक तेजी से किया जा सकेगा और यह अधिक सुरक्षित भी होगा.

उन्होंने कहा कि प्राधिकरण ब्लॉकचेन (Blockchain) एवं क्वॉन्टम कंप्यूटिंग तकनीकों (Quantum Computing Technology) का अधिकतम फायदा उठाने के बारे में भी सोच रहा है. गर्ग ने कहा, ‘हम देख रहे हैं कि ब्लॉकचेन से क्या मदद मिल सकती है और विकेंद्रित समाधान मुहैया कराने में क्या इसका कोई उपयोग किया जा सकता है? यह भविष्य के गर्भ में है लेकिन हमारी नजर इस पर है. वहीं क्वॉन्टम कंप्यूटिंग के बारे में हमें यह देखना है कि इससे जुड़े क्या सुरक्षा समाधान लाये जा सकते हैं?’

उन्होंने कहा कि सुरक्षा से जुड़े पहलू यूआईडीएआई (UIDIA) के लिए सबसे अहम हैं. उन्होंने कहा कि प्राधिकरण आधार (Aadhaar) से जुड़े लोगों की जानकारी को सुरक्षित रखने और साइबर सुरक्षा (Cyber Security) बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है.

Posted By: Mithilesh Jha

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