AI Mammogram: ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग इमेज पढ़ने में एआई सक्षम, स्टडी में सामने आयी यह बात

AI mammogram screening - हाल ही में एक अध्ययन से पता चला है कि मानक स्क्रीनिंग की तुलना में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) द्वारा समर्थित मैमोग्राफी स्क्रीनिंग से स्तन कैंसर के ज्यादा मरीजों की पहचान हुई. इससे रेडियोलॉजिस्ट के स्क्रीनिंग रीडिंग का कार्यभार लगभग आधा हो गया.

By Rajeev Kumar | August 6, 2023 3:35 PM
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AI-supported mammogram screening : चैटजीपीटी के आने के बाद हर क्षेत्र में अब आर्टफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई के इस्तेमाल की चर्चा शुरू हो गई है. यह नतीजे भी अच्छे दे रहा है. हाल ही में एक अध्ययन से पता चला है कि मानक स्क्रीनिंग की तुलना में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) द्वारा समर्थित मैमोग्राफी स्क्रीनिंग से स्तन कैंसर के ज्यादा मरीजों की पहचान हुई. इससे विकिरण चिकित्सकों (रेडियोलॉजिस्ट) के स्क्रीनिंग रीडिंग का कार्यभार लगभग आधा हो गया. ‘द लांसेट ऑन्कोलॉजी’ जर्नल में प्रकाशित एक नये शोध में यह जानकारी सामने आयी है. स्वीडन के लुंड विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किये गए अध्ययन से पता चला कि स्तन कैंसर की जांच के लिए एआई-समर्थित मैमोग्राफी, मानक डबल स्क्रीनिंग के विकल्प के रूप में ज्यादा सटीक, सुरक्षित और कुशल है.

एआई समर्थित स्क्रीनिंग और मानक स्क्रीनिंग का फर्क

शोध में अध्ययन के लिए लगभग 80,000 महिलाओं को शामिल किया गया तथा उन्हें दो अलग-अलग समूहों में बांट दिया गया. 40,003 महिलाओं के एक समूह को एआई-समर्थित स्क्रीनिंग तथा 40,030 महिलाओं के दूसरे समूह को मानक स्क्रीनिंग प्रक्रिया से गुजारा गया. शोध में एआई-समर्थित स्क्रीनिंग से 244 महिलाओं (28 फीसदी) में कैंसर पाया गया, जबकि मानक स्क्रीनिंग से 203 महिलाओं (25 फीसदी) में कैंसर का पता चला. शोध के परिणामस्वरूप एआई समर्थित स्क्रीनिंग से कैंसर के 41 अधिक मरीजों का पता चला.

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स्क्रीनिंग में फाॅल्स पॉजिटिव कब होता है?

विश्वविद्यालय में डायग्नोस्टिक रेडियोलॉजी में प्रमुख शोधकर्ता और सहायक प्रोफेसर क्रिस्टीना लैंग ने कहा, हमने पाया कि एआई का उपयोग करने से मानक स्क्रीनिंग की तुलना में फाॅल्स पॉजिटिव को प्रभावित किये बिना 20 फीसदी (41) अधिक कैंसर मरीजों का पता चला. स्क्रीनिंग में फाॅल्स पॉजिटिव तब होता है जब एक महिला को फिर से बुलाया जाता है लेकिन स्क्रीनिंग के बाद उसे कैंसर के संदेह से मुक्त कर दिया जाता है.

क्या कहते हैं आंकड़े

शोधकर्ताओं ने कहा कि दोनों अध्ययन में फाॅल्स पॉजिटिव दर डेढ़ फीसदी थी. इसके अलावा, रेडियोलॉजिस्ट के लिए स्क्रीन-रीडिंग कार्यभार में 44 फीसदी की कमी पायी गई. अध्ययन में एआई-समर्थित स्क्रीनिंग, मानक स्क्रीनिंग 83,231 की तुलना में 46,345 थी.

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AI, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, एआई क्या है?

कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) एक ऐसी तकनीक है जो मशीनों को मानव जैसा सोचने और कार्य करने की क्षमता देती है. यह एक व्यापक क्षेत्र है जिसमें कई अलग-अलग उपक्षेत्र शामिल हैं, जैसे कि मशीन लर्निंग, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण और रोबोटिक्स. एआई का उपयोग कई अलग-अलग क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे कि स्वास्थ्य देखभाल, वित्त और शिक्षा. उदाहरण के लिए, एआई का उपयोग डॉक्टरों को रोग का निदान करने, वित्तीय लेनदेन को स्वचालित करने, और छात्रों को सीखने में मदद करने के लिए किया जाता है.

एआई एक तेजी से विकसित क्षेत्र है, और इसके भविष्य के बारे में बहुत उत्साह है. एआई का उपयोग हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जा सकता है, और यह दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकता है.

एआई के कुछ संभावित लाभ इस प्रकार हैं –

बेहतर स्वास्थ्य देखभाल : एआई का उपयोग डॉक्टरों को रोग का निदान करने, दवाओं को विकसित करने, और व्यक्तिगतकृत चिकित्सा प्रदान करने में मदद कर सकता है.

अधिक कुशल वित्त : एआई का उपयोग वित्तीय लेनदेन को स्वचालित करने, जोखिम को कम करने, और निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकता है.

बेहतर शिक्षा : एआई का उपयोग छात्रों को व्यक्तिगतकृत निर्देश प्रदान करने, सीखने के अनुभव को सुसंगत बनाने, और छात्रों के प्रदर्शन को ट्रैक करने में मदद कर सकता है.

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एआई के कुछ संभावित जोखिम इस प्रकार हैं –

नौकरियों का नुकसान : एआई का उपयोग कुछ नौकरियों को स्वचालित कर सकता है, जिससे बेरोजगारी हो सकती है.

भेदभाव : एआई का उपयोग भेदभावपूर्ण तरीके से किया जा सकता है, जैसे कि लोगों को उनके धर्म, जाति, या लिंग के आधार पर भेदभाव करना.

सुरक्षा के खतरे : एआई का उपयोग हानिकारक सॉफ्टवेयर, जैसे कि वायरस और मैलवेयर बनाने के लिए किया जा सकता है.

एआई एक शक्तिशाली तकनीक है जो हमारे जीवन को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है. हालांकि, एआई के संभावित जोखिमों के बारे में जागरूक होना भी महत्वपूर्ण है. हमें यह सुनिश्चित करने के लिए काम करना चाहिए कि एआई का उपयोग जिम्मेदारी से और नैतिक रूप से किया जाए.

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