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HBD Amazon : गैराज से शुरुआत, कडाब्रा था पहला नाम, ई-कॉमर्स साइट अमेजन के बारे में ये बातें जानते हैं आप?

Amazon| Jeff Bezos| History| Interesting Facts: अमेजन की शुरुआत मुश्किलों भरी रही. जेफ बेजॉस ने अपनी जमी-जमायी नौकरी छोड़कर ऑनलाइन बुक्स सेलिंग कंपनी शुरू करने का रिस्क लिया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 5, 2022 6:51 AM

Happy BirthDay Amazon: ऑनलाइन शॉपिंग या ई-कॉमर्स इंडस्ट्री में अपना परचम लहराने वाली कंपनी अमेजन की स्थापना के आज 28 साल पूरे हो गए. 5 जुलाई 1994 को जेफ बेजोस ने इस कंपनी की शुरुआत इंटरनेट पर कुछ किताबें बेचने के साथ की थी और कंपनी को इस मुकाम पर पहुंचाने में उन्होंने कोई कमी नहीं छोड़ी.

फाउंडर जेफ बेजॉस ने इसी दिन छोड़ी कंपनी

दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल अमेजन के 27 सालों तक सीईओ रहे जेफ बेजाॅस ने पिछले साल इसी तारीख को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. पांच जुलाई 2021 को अमेजन के सीईओ के तौर पर कार्यरत जेफ बेजॉस ने अपनी कुर्सी एंडी जेसी के लिए छोड़ दी. सीईओ का पद छोड़ने के बाद बेजॉस अब एग्जिक्यूटिव चेयरमैन के रूप में कंपनी का कामकाज देख रहे हैं.

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कंपनी की शुरुआत

अमेजन की शुरुआत मुश्किलों भरी रही. जेफ बेजॉस ने अपनी जमी-जमायी नौकरी छोड़कर ऑनलाइन बुक्स सेलिंग कंपनी शुरू करने का रिस्क लिया था. बेजॉस कई बार अपने इंटरव्यू में कह चुके हैं कि जब वह नौकरी छोड़कर अमेजन शुरू करने के बारे में सोच रहे थे, तब उन्होंने न्यूनतम पश्चाताप की नीति के आधार पर निर्णय लिया. उन्होंने सोचा कि 80 साल की उम्र में उन्हें नौकरी छोड़ने का अफसोस नहीं होगा, लेकिन इस बात का अफसोस जरूर होगा कि उन्होंने ऑनलाइन गोल्ड रश से फायदा नहीं उठाया.

अमेजन नहीं था पहला नाम

जेफ बेजॉस ने पांच जुलाई 1994 को अमेजन कंपनी की स्थापना की और 1995 में इसकी शुरुआत की. बेजॉस पहले इसका नाम कडाब्रा डॉट कॉम रखना चाहते थे, लेकिन तीन महीने बाद उन्होंने इसका नाम बदलकर अमेजन डॉट कॉम कर दिया. उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी नदी अमेजन का नाम इसलिए चुना, क्योंकि वह इसे दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन बुक सेलर कंपनी बनाना चाहते थे. उनकी वेबसाइट ऑनलाइन बुकस्टोर के रूप में शुरू हुई, लेकिन आगे चलकर वह डीवीडी, सॉफ्टवेयर, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े भी बेचने लगे.

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छोटे से गैराज और 3 कंप्यूटर्स के साथ हुई थी अमेजन की शुरुआत

आज की तारीख में 1115 बिलियन डॉलर की कंपनी अमेजन की शुरुआत एक छोटे से गैराज से हुई थी और वह भी केवल 3 कंप्यूटर्स के साथ. किताबें ऑनलाइन बेचने का सॉफ्टवेयर बेजॉस ने खुद बनाया था. तब के दौर के लिए बिलकुल नये इस कारोबार के लिए तीन लाख डॉलर की शुरुआती पूंजी बेजॉस के माता-पिता ने लगायी. उन दिनों को याद करते हुए जेफ बेजॉस ने एक इंटरव्यू में बताया था- कंपनी की स्थापना के समय मेरे पिता ने मुझसे पहला सवाल यह पूछा था कि इंटरनेट क्या होता है? इस पर मां ने जवाब देते हुए कहा था कि हमने इंटरनेट पर नहीं, जेफ पर दांव लगाया है.

पार्सल पहुंचाने खुद भी जाते थे जेफ बेजॉस

अमेजन पर 16 जुलाई 1995 से जेफ बेजॉस ने किताबें बेचनी शुरू कर दी. कंपनी की शुरुआत के पहले ही महीने में अमेजन ने अमेरिका के 50 राज्यों और 50 अन्य देशों में किताबें बेच डाली. लेकिन यह काम इतना आसान भी नहीं था. बेजॉस बताते रहे हैं कि उन दिनों जमीन पर घुटनों के बल बैठकर किताबों को पैक करना पड़ता था और पार्सल पहुंचाने के लिए कई बार उन्हें खुद भी जाना पड़ता था. लेकिन धीरे-धीरे बेजॉस की मेहनत रंग लायी और महज दो महीने के अंदर, यानी सितंबर 1995 तक हर सप्ताह 20,000 डॉलर की बिक्री होने लगी.

किंडल ने बदल डाली मार्केट की चाल

नवंबर 2007 में कंपनी के बिजनेस में बड़ा मोड़ तब आया, जब अमेजन ने अमेजन किंडल नाम से ई-बुक रीडर बाजार में उतारा. इसके माध्यम से पुस्तक को तुरंत डाउनलोड करके पढ़ा जा सकता था. इससे कंपनी को बड़ा फायदा हुआ. इससे एक तो किंडल की बिक्री बढ़ी, दूसरे किंडल फॉर्मैट में पढ़ी जाने वाली बुक्स की बिक्री भी बढ़ी. ग्राहकों के लिए यह बहुत सुविधाजनक था, क्योंकि अब उन्हें बुक के आने का इंतजार नहीं करना पड़ता था और मनचाही बुक मिनटों में उनके हाथ में होती थी. नेट बैंकिंग का दौर जब शुरू हुआ, तो जेफ बेजॉस ने इसका सबसे ज्यादा फायदा उठाया. सूचना क्रांति के इस दौर में कंपनी का राजस्व 1997 के 1 करोड़ डॉलर से बढ़कर 11 हजार करोड़ डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है.

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