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Assembly Election 2022 Dates : चुनाव में गड़बड़ी की cVIGIL ऐप पर करें रिपोर्ट, मिनटों में एक्शन लेगा EC

पांच राज्यों की 690 सीटों पर चुनाव होने हैं. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 7 चरणों में वोटिंग होगी. इलेक्शन डेट्स की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव के दौरान धांधली की शिकायत के लिए चुनाव आयोग ने cVIGIL ऐप इस्तेमाल करने की अपील की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2022 6:43 AM

Assembly Election 2022 Dates: पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों (Assembly Elections 2022) का ऐलान शनिवार को कर दिया गया. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (CEC Sushil Chandra) ने चुनाव की तारीखों की ऐलान किया. पांच राज्यों की 690 सीटों पर चुनाव होने हैं. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में 7 चरणों में वोटिंग होगी. शुरुआत 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश से होगी. सभी राज्यों के चुनावों के नतीजे 10 मार्च को घोषित किये जाएंगे. इलेक्शन डेट्स की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. चुनाव आयोग ने कहा कि कोरोना के बीच 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में सख्त प्रोटोकॉल का पालन कराया जाएगा.

इस बीच चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी या धांधली की शिकायत के लिए चुनाव आयोग ने लोगों से सी-विजिल (cVIGIL) ऐप इस्तेमाल करने की अपील की है. आयोग ने कहा है कि चुनाव के दौरान लोग सी-विजिल (cVIGIL) ऐप का इस्तेमाल करें. अगर चुनाव में धांधली हो रही है तो लोग इसके जरिये शिकायत करें और हम एक्शन लेंगे. इस ऐप को आयोग ने 3 साल पहले 2019 में लॉन्च किया था. इस ऐप और उसकी खूबियों के बारे में आइए जानें विस्तार से-

cVIGIL ऐप क्या है?

चुनाव आयोग ने सी-विजिल ऐप को चुनावों में होने वाली गड़बड़ियों की रोकथाम के लिए तैयार किया है. इस ऐप की मदद से वोटर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की जानकारी दे सकते हैं. इस ऐप को सभी एंड्रॉयड और iOS यूजर्स के लिए तैयार किया गया है. ऐप पर शिकायत करने के लिए यूजर को स्मार्टफोन के कैमरे और GPS ऐक्सेस की जरूरत होती है. आपको बता दें कि चुनाव आयोग पिछले 3 सालों से इस ऐप का इस्तेमाल सभी तरह के चुनावों में कर रहा है.

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सी-विजिल ऐप चुनाव को ऐसे बनाएगा पारदर्शी

चुनाव आयोग के अनुसार, चुनाव तारीखों का ऐलान होने के बाद से वोटिंग खत्म होने तक, कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत सी-विजिल ऐप के जरिये चुनाव आयोग को भेज सकता है. आचार संहिता के दौरान नेताओं की तरफ से किसी भी तरह के कोई गैरकानूनी दस्तावेज बांटने, भ्रष्टाचार और विवादित बयानों की शिकायत इस ऐप के जरिये कर सकते हैं. सी-विजिल ऐप पर शिकायतकर्ता जो भी वीडियो या फोटो अपलोड करेंगे, वह 5 मिनट के अंदर स्थानीय चुनाव अधिकारी के पास पहुंच जाएगा. शिकायत सही पाये जाने पर 100 मिनट के अंदर उस समस्या का समाधान किया जाएगा.

सी-विजिल ऐप से कैसे कर सकते हैं शिकायत?

जो लोग सी-विजिल ऐप से किसी की शिकायत करना चाहते हैं. उन्हें इस ऐप को इन्स्टॉल करना होगा. ऐप इन्स्टॉल होने के बाद आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए शिकायतकर्ता को नाम, पता, राज्य, जिला, विधानसभा और पिनकोड की जानकारी देनी होगी. एक OTP की मदद से इसका वेरिफिकेशन किया जाएगा. अब शिकायत करने के लिए फोटो या कैमरे को सेलेक्ट करें. शिकायतकर्ता 2 मिनट तक का वीडियो ऐप पर अपलोड कर सकता है. फोटो और वीडियो से जुड़ी डीटेल के लिए एक बॉक्स भी मिलता है, जहां उसके बारे में लिखा जा सकता है.

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शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय

चुनाव आयोग का कहना है कि जो फोटो या वीडियो अपलोड किया जाता है, उससे उस जगह की लोकेशन भी पता चल जाती है. फोटा या वीडियो अपलोड होने के बाद यूजर को एक यूनीक आईडी मिलेगी. इसके जरिये वे मोबाइल पर ही फॉलोअप ट्रैक कर सकते हैं. शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाती है. हालांकि ऐप पर पहले से रिकॉर्ड वीडियो या फोटो अपलोड नहीं कर सकते. यह भी जान लें कि ऐप से रिकॉर्ड किये गए वीडियो या फोटो फोन गैलरी में सेव नहीं होते हैं.

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