भारत में जल्द लॉन्च होगी AUTO PILOT कारें, Tesla इंडिया में लगाने जा रही है फैक्ट्री

Auto Pilot Car एक ऐसे कार की परिकल्पना जो बिना ड्राईवर के चलती है. जरा सोचिए आप अपने घर के बाहर खड़े होकर ऑफिस जाने के लिए सवारी ढूंढ रहे हों और तभी अचानक से एक बिना ड्राइवर की कार आपके दरवाजे पर आकार रुकती है

By Abhishek Anand | August 17, 2023 5:02 PM
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Auto Pilot Car एक ऐसे कार की परिकल्पना जो बिना ड्राईवर के चलती है. जरा सोचिए आप अपने घर के बाहर खड़े होकर ऑफिस जाने के लिए सवारी ढूंढ रहे हों और तभी अचानक से एक बिना ड्राइवर की कार आपके दरवाजे पर आकार रुकती है, आप जैसे ही कार के अंदर बैठते हैं तभी आपसे एक पासवर्ड पूछा जाता है, जैसे ही आप पासवर्ड बोलते हैं कार खुद-ब-खुद चलने लगती है और सीधे आपके ऑफिस के बाहर जाकर रुकती है. इस दौरान पेमेंट से लेकर रूट तक की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है. आप सोच रहे होंगे क्या ऐसा मुमकिन है? तो हम कहेंगे हां, कई कार निर्माता कंपनियों ने ऑटोपायलट कार बनाने में महारत हासिल कर ली है और इसमें सबसे आगे है एलन मस्क की Tesla.

एलन मस्क की कंपनी टेस्ला इंडियन इलेक्ट्रिक कार मार्केट में छाने की तैयारी में है और भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट बनाने के लिए जोर-शोर से बातचीत कर रही है. हमारे सहयोगी टीओआई की मानें तो टेस्ला भारत को एक्सपोर्ट बेस के रूप में इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है और यहां से इंडो-पैसिफिक रीजन के देशों में कारें भेजने की योजना बना रही है. इसके साथ ही खबर यह भी आ रही है कि आने वाले समय में इंडियन मार्केट में टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारें 20 लाख रुपये की शुरुआती कीमत में लॉन्च की जा सकती है. दरअसल, लंबे समय से टेस्ला कारों का भारत में इंतजार हो रहा है.

टेस्ला कथित तौर पर भारत में 5 लाख इलेक्ट्रिक कार की वार्षिक क्षमता वाली एक फैक्ट्री स्थापित करने की तैयारी में है. टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक टेस्ला कारों की शुरुआती एक्स शोरूम कीमत 20 लाख रुपये हो सकती है. टेस्ला और भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के बीत बातचीत शुरू हो चुकी है और भारत सरकार समान अवसर बनाए रखते हुए एक अच्छी डील करने की उम्मीद में है. अगर यह योजना सिरे चढ़ती है तो यह मोदी सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को काफी बढ़ावा देगी. मेक इन इंडिया के तहत एप्पल जैसी कंपनी घरेलू उत्पादन में प्रमुखता से निवेश कर रही है और भारत को एक्सपोर्ट बेस के रूप में उपयोग कर रही है.

आपको बता दें कि टेस्ला के लिए चीन काफी बड़ा बाजार है और अब अमेरिकी कंपनी की नजर भारतीय बाजार पर है. पिछले कुछ वर्षों के दौरान अमेरिका और चीन के बीच रिश्तों में खटास आने के बाद से टेस्ला भारत को बड़े अवसर के रूप में भुनाना चाहती है और इंडो-पैसिफिक देशों के लिए भारत को एक्सपोर्ट बेस बनाना चाहती है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे में एलन मक्स की उनसे अच्छी बातचीत हुई थी. मस्क ने कहा था कि वह मिस्टर मोदी के प्रशंसक हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि टेस्ला एक महत्वाकांक्षी योजना के साथ हमारे पास आया है और हमें विश्वास है कि यह कदम इस बार सकारात्मक होगा, खासकर क्योंकि इसमें लोकल मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट दोनों शामिल हैं.

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