Automobile Industry में मध्यम वृद्धि रहने का अनुमान, वाहन उद्योग पिछले दो वर्षों में वापसी की राह पर
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यात्री वाहन खंड में सर्वकालिक उच्च बिक्री दर्ज की गई. इसके पीछे निजी वाहन को प्राथमिकता और स्थिर सेमीकंडक्टर आपूर्ति की अहम भूमिका रही थी.
भारतीय ऋण रेटिंग एजेंसी इक्रा रेटिंग्स ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 में वाहन उद्योग में मध्यम वृद्धि का अनुमान लगाया है. इक्रा ने कहा कि यात्री वाहन खंड में उच्च बिक्री दर्ज होने की उम्मीद है, वहीं दोपहिया वाहन उद्योग को भी कम आधार की मदद से बिक्री में मध्यम वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है.
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यात्री वाहन खंड में सर्वकालिक उच्च बिक्री दर्ज की गई
इक्रा ने एक बयान में कहा कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार तथा लोगों की आवाजाही बढ़ने के कारण वाहन उद्योग पिछले दो वर्षों में वापसी की राह पर है. हालांकि विभिन्न मोटर वाहन खंडों में सुधार की गति कुछ हद तक मिश्रित रही है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यात्री वाहन खंड में सर्वकालिक उच्च बिक्री दर्ज की गई. इसके पीछे निजी वाहन को प्राथमिकता और स्थिर सेमीकंडक्टर आपूर्ति की अहम भूमिका रही थी. चालू वित्त वर्ष में भी इस खंड में मांग मजबूत रहने की उम्मीदों के बीच सालाना आधार पर वृद्धि छह से नौ प्रतिशत रहने का अनुमान है.
इक्रा ने कहा कि यात्री वाहन खंड में वृद्धि का समर्थन निम्नलिखित कारकों से मिलेगा
इक्रा ने कहा कि यात्री वाहन खंड में वृद्धि का समर्थन निम्नलिखित कारकों से मिलेगा:
-
आर्थिक विकास में सुधार: भारत की अर्थव्यवस्था चालू वित्त वर्ष में 7.5% की दर से बढ़ने का अनुमान है. आर्थिक विकास में सुधार से उपभोक्ता खर्च में वृद्धि होगी, जिससे यात्री वाहन की मांग बढ़ेगी.
-
नई उत्पादों और सुविधाओं की शुरूआत: वाहन निर्माता नई उत्पादों और सुविधाओं को पेश कर रहे हैं, जो उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रहे हैं.
-
ऋण की उपलब्धता में वृद्धि: बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने यात्री वाहनों के लिए ऋण की उपलब्धता में वृद्धि की है, जिससे खरीदारी को आसान बनाया गया है.
इक्रा ने कहा कि दोपहिया वाहन खंड में वृद्धि का समर्थन निम्नलिखित कारकों से मिलेगा
इक्रा ने कहा कि दोपहिया वाहन खंड में वृद्धि का समर्थन निम्नलिखित कारकों से मिलेगा:
-
कृषि क्षेत्र में सुधार: भारत के कृषि क्षेत्र में सुधार से ग्रामीण क्षेत्रों में आय में वृद्धि होगी, जिससे दोपहिया वाहनों की मांग बढ़ेगी.
-
नई उत्पादों और सुविधाओं की शुरूआत: दोपहिया वाहन निर्माता नई उत्पादों और सुविधाओं को पेश कर रहे हैं, जो उपभोक्ताओं को आकर्षित कर रहे हैं.
-
ऋण की उपलब्धता में वृद्धि: बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने दोपहिया वाहनों के लिए ऋण की उपलब्धता में वृद्धि की है, जिससे खरीदारी को आसान बनाया गया है.
-
इक्रा ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में यात्री वाहन खंड में 12 से 14% की वृद्धि और दोपहिया वाहन खंड में 10 से 12% की वृद्धि की उम्मीद है.
वाणिज्यिक वाहन उद्योग की कुल बिक्री महामारी-पूर्व के उच्चतम स्तर तक पहुंचने की उम्मीद
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यात्री वाहन खंड में सर्वकालिक उच्च बिक्री दर्ज की गई. इसके पीछे निजी वाहन को प्राथमिकता और स्थिर सेमीकंडक्टर आपूर्ति की अहम भूमिका रही थी. चालू वित्त वर्ष में भी इस खंड में मांग मजबूत रहने की उम्मीदों के बीच सालाना आधार पर वृद्धि छह से नौ प्रतिशत रहने का अनुमान है. इसी तरह, वाणिज्यिक वाहन उद्योग की कुल बिक्री महामारी-पूर्व के उच्चतम स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है. भले ही सालाना आधार पर वृद्धि वित्त वर्ष 2023-24 में मामूली स्तर दो से चार प्रतिशत रहने की उम्मीद है.
वित्त वर्ष 2024 में मोटर वाहन उद्योग क्षेत्रों में वृद्धि मध्यम स्तर पर रहेगी
इक्रा रेटिंग्स के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं समूह प्रमुख (कॉर्पोरेट रेटिंग) शमशेर दीवान ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2024 में मोटर वाहन उद्योग क्षेत्रों में वृद्धि मध्यम स्तर पर रहेगी. अनुकूल मांग के कारण जहां यात्री वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी जारी रहेगी, वहीं दोपहिया वाहन उद्योग को भी कम आधार की मदद से बिक्री में मध्यम वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है.’’ दीवान ने कहा, ‘‘विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीण मांग पर असमान मानसून वर्षा का प्रभाव चिंता का विषय बना हुआ है. भले ही ग्रामीण बुनियादी ढांचे के विकास, फसल खरीद आदि पर सरकार के प्रयास सकारात्मक बने हुए हैं.’’
Also Read: 360 Camera On Car: कार में कैसे काम करती है 360 डिग्री कैमरा और ये जरूरी क्यों है?