SatCom: दुर्गम क्षेत्रों को सैटेलाइट कम्यूनिकेशन से जोड़ने की कोशिशें तेज, जानें डीटेल
दूरसंचार मंत्रालय की विशेष इकाई ग्रामीण ब्रॉडबैंड अवसंरचना संगठन बीबीएनएल ने पहले ही गलवान घाटी, डोकलाम, लेह, तवांग आदि क्षेत्रों में स्थित 4,682 ग्राम पंचायतों (जीपी) में उपग्रह सेवाएं शुरू कर दी हैं.
Satellite Communication: ग्रामीण ब्रॉडबैंड अवसंरचना संगठन बीबीएनएल को उम्मीद है कि वह इस साल जून तक सीमावर्ती, नक्सल प्रभावित और द्वीप क्षेत्रों में स्थित 6,929 पंचायतों को उपग्रह आधारित संचार सेवाओं से जोड़ लेगा. दूरसंचार मंत्रालय के तहत इस विशेष इकाई ने पहले ही गलवान घाटी, डोकलाम, लेह, तवांग आदि क्षेत्रों में स्थित 4,682 ग्राम पंचायतों (जीपी) में उपग्रह सेवाएं शुरू कर दी हैं.
अभी 4,682 ग्राम पंचायत उपग्रह सेवा से जुड़े
बीबीएनएल के एक अधिकारी ने कहा, वर्तमान में 6,929 में से अभी 4,682 ग्राम पंचायतों को उपग्रह सेवाओं से जोड़ा जा चुका है. इसमें रक्षा के नियंत्रण वाले 1,389 स्थान भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, सीमा और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की सभी 6,929 ग्राम पंचायतों को जून तक उपग्रह संचार सेवाओं से जोड़ दिया जाएगा.
गलवान, डोकलाम में 2020 में शुरू हुई सेवा
अधिकारी ने बताया कि कि गलवान घाटी और डोकलाम जैसे संवेदनशील क्षेत्रों की ग्राम पंचायतों में उपग्रह आधारित संचार सेवाओं को 2020 में चालू किया गया था. गौरतलब है कि टेलीकम्युनिकेशंस कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (टीसीआईएल) और भारतीय संचार निगम को 2020 में 6,929 ग्रामीण पंचायतों में सैटेलाइट संपर्क शुरू करने का अनुबंध दिया गया था. (इनपुट : भाषा)
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