WhatsApp Delivery Scam: भारत में डिजिटल क्रांति के साथ ही ऑनलाइन लूट की घटनाएं भी तेजी से बढ़ी हैं. माइक्रो सोशल मीडिया साइट WhatsApp आज भारत के लगभग हर स्मार्टफोन में मौजूद है. यही वजह है कि इस एप्प के जरिये होने वाली धोखाधड़ी के खतरे भी ज्यादा हैं. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से लॉकडाउन लगने के बाद नये डिलीवरी स्कैम की शुरुआत हो गयी है. ऑनलाइन सुरक्षा पर शोध करने वालों ने व्हाट्सएप्प डिलीवरी स्कैम (WhatsApp Delivery Scam) के प्रति लोगों को सचेत किया है.
शोधकर्ताओं ने कहा है कि एक झटके में बहुत ज्यादा कमाई करने की ताक में बैठे लोग WhatsApp के माध्यम से मैलिशियस लिंक भेजते हैं. इसमें ऑनलाइन ऑर्डर के बारे में सूचित किया जाता है और जो भी उस लिंक पर क्लिक करता है, साइबर क्रिमिनल्स या कहें साइबर फ्रॉड्स उसके बैंक अकाउंट को खाली कर देते हैं. ये अपना परिचय ऑनलाइन डिलीवरी कंपनी के अफसर के रूप में देते हैं. जिस शख्स को यह लिंक भेजा जाता है, उसे लिंक को खोलने और पूछी गयी तमाम जानकारी देने के लिए कहा जाता है.
ऐसे होता है फर्जीवाड़ा
कासपर्स्की (Kaspersky) लैब के रूसी सिक्योरिटी रिसर्चर्स ने कहा है कि ऑनलाइन डिलीवरी कंपनियों के अधिकारियों के रूप में अपना परिचय देने वाले व्हाट्सएप्प यूजर को एक पैकेज के बारे में जानकारी देते हैं. साइबर अपराधी यूजर्स को प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मैसेज के साथ दिये गये लिंक पर क्लिक करने के लिए कहते हैं. एड्रेस को कन्फर्म करने के नाम पर यूजर से कहा जाता है कि वे एक छोटा-सा पेमेंट करें, ताकि प्रोडक्ट सुरक्षित उनके घर तक पहुंच सके.
यूजर जिस समय पेमेंट कर रहा होता है, उनके बैंक अकाउंट पर नजर गड़ाये ये साइबर क्रिमिनल्स उन्हें एक फर्जी वेबसाइट पर ले जाते हैं. यहां उनके बैंक के डेबिट या क्रेडिट कार्ड के डिटेल ले लेते हैं और फिर उनके खाता को खाली कर देते हैं. ऐसा तब होता है, जब ग्राहक को अपने ऑनलाइन ऑर्डर के बारे में कुछ भी याद नहीं रहता. इसलिए शोधकर्ताओं ने कहा है कि ऐसे किसी भी ई-मेल से सावधान रहें. हमेशा उन संदेशों के स्रोत की जांच करें, जो बहुत विश्वसनीय नहीं लगते.
शोधकर्ताओं ने कहा है कि आपको कभी भी किसी भी ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए, जिसमें वेबसाइट का उचित पता न हो या संदिग्ध लगे. ऐसे खतरों, फिशिंग हमलों को दूर रखने के लिए सिक्यूरिटी सॉल्यूशन इंस्टॉल करने की सलाह दी जाती है.
Posted By: Mithilesh Jha