बाइक के पार्ट्स से 1960 के दशक वाली विंटेज को बना दिया इलेक्ट्रिक कार

Vintage Elelctric Car in India: 1960 के दशक में विंटेज कार कैडिलेक की काफी धूम थी. यह उस समय फोर्ड मॉडल में आती थी. इस कार को 1930 में डिजाइन किया गया था.

By KumarVishwat Sen | March 4, 2024 11:46 AM
an image

Vintage Elelctric Car in India: देश-दुनिया में लग्जरी और महंगी कार की डिमांड हमेशा रही है. पुराने जमाने में कुछ खास लोगों के पास ही कारें हुआ करती थीं. ये कारें काफी डिजाइनदार और आकर्षक हुआ करती थीं. ऐसी ही पुरानी विंटेज कारें आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. कुछ कारें ऐसी थीं, जो 1960 के दशक में भारत में तहलका मचाती थीं. अब वे मार्केट से गायब हो गई हैं. कुछ उत्साही और इनोवेटिव लोग हैं, जिन्होंने पुरानी कारों को मोडिफाई करके इलेक्ट्रिक कार के रूप में तब्दील कर दिया है. अब वे कारें पुराने डिजाइन के साथ इलेक्ट्रिक अवतार में नजर आ रही हैं. इन्हीं विंटेज कारों में से एक कैडिलैक है, जो 1960 के दशक में तहलका मचाती रही है. अब हरियाणा के सिरसा स्थित ग्रीन मास्टर कंपनी ने मारुति ऑल्टो और मोटरसाइकिल के कल-पुर्जों का इस्तेमाल करते हुए इस कार को इलेक्ट्रिक कार बना दिया. आइए जानते हैं इस कार के बारे में…

1930 मॉडल के कैडिलैक को बना दिया इलेक्ट्रिक कार

1960 के दशक में विंटेज कार कैडिलेक की काफी धूम थी. यह उस समय फोर्ड मॉडल में आती थी. इस मॉडल की कार को 1930 में डिजाइन किया गया था. आज के जमाने में यह कार बाजार से गायब हो चुकी है. किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि यह कार अपने पुराने अवतार में इलेक्ट्रिक इंजन लेकर एक बार फिर सामने आ जाएगी. हरियाणा के सिरसा स्थित ग्रीन मास्टर कंपनी के उत्साही लोगों ने जुगाड़ तंत्र के माध्यम से इसे इलेक्ट्रिक कार बना दिया.

Also Rrad: प्लास्टिक की सड़कों को उखाड़ नहीं पाता बारिश का पानी, सैकड़ों मील दूर भागते हैं गड्ढे

मोटरसाइकिल के पार्ट्स से बनाया इलेक्ट्रिक कार

हरियाणा के सिरसा स्थित चत्तरगढ़ में स्थापित ग्रीन मास्टर स्टार्टअप ने साल 2022 में ही मारुति ऑल्टो और मोटरसाइकिल के पार्ट्स से कैडिलैक को इलेक्ट्रिक कार के रूप में तब्दील कर दिया. इस कार में अलॉय व्हील्स का इस्तेमाल किया गया है. ये व्हील्स रॉयल एनफील्ड की बुलेट मोटरसाइकिल के व्हील्स की तरह दिखाई देते हैं. इसके अलावा, इसमें लगाया गया रियरव्यू मिरर भी रॉयल एनफील्ड का एहसास कराता है. हालांकि, यह बताना थोड़ा मुश्किल है कि ग्रीन मास्टर ने इस कार में मारुति ऑल्टो के किन-किन पार्ट्स का इस्तेमाल किया है.

Also Read: मुकेश अंबानी के पिता धीरुभाई अंबानी की कार का मालिक कौन?

कैडिलैक इलेक्ट्रिक कार की मोटर और बैटरी

ग्रीन मास्टर की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, कैडिलैक के पुराने मॉडल कार में 1000 किलोवॉट की क्षमता वाली एक मोटर लगाई गई है और 48 वोल्ट की एक लिथियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल किया गया है, जो 1 एचपी की पावर और 2.2 एनएम का टॉर्क जेनरेट करती है. स्टार्टअप कंपनी का दावा है कि इसकी टॉप स्पीड करीब 35 किमी प्रति घंटा है और यह फुल चार्ज होने पर करीब 100 किलोमीटर का माइलेज देने में सक्षम है. इसकी बैटरी को फुल चार्ज होने में करीब चार से पांच घंटे का समय लगता है.

Also Read: Half Clutch में गाड़ी चलाने की है आदत, तो पहले जान लें नफा-नुकसान

कैडिलैक इलेक्ट्रिक कार की कीमत

ग्रीन मास्टर की विंटेज कार कैडिलैक इलेक्ट्रिक की बॉडी को हाथ से बनाया गया है. इसकी फिनिशिंग अच्छी है. हालांकि, कंपनी की ओर से व्यस्ततम सड़कों पर चलाने के लिए अभी तक उतारा नहीं गया है. ग्रीन मास्टर की इस टू सीटर कार की कीमत करीब 1.45 लाख रुपये से 2.45 लाख रुपये के बीच है. हालांकि, कंपनी इसे सड़क पर चलाने के बजाय फैंसी रिजॉर्ट कॉम्प्लैक्स के छोटे ट्रांसपोर्टर तौर पर पेश किया है, जिसका इस्तेमाल कम दूरी तक सवारियों को लाने और ले जाने के लिए किया जा सके.

Exit mobile version