CoVID-19 की लिंक के साथ SMS से भेजा जा रहा बैंकिंग फिशिंग वायरस, CBI ने जारी किया अलर्ट

Cerberus, central bureau investigation, cbi, alert, state, ut, phishing software cerberus, sms, link, interpol, banking phishing virus, threat, smartphone, hack: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोग खुद को अपडेट रखने के लिए कोविड 19 से जुड़े मैसेज फोन में मिलने पर उन्हें खोल लेते हैं. अगर आप भी ऐसा कुछ करते हैं तो बता दें कि सीबीआई ने एक बैंकिंग ट्रॉजन से संबंधित अलर्ट जारी किया है, जिसे सर्बरस (Cerberus) के नाम से जाना जाता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 20, 2020 8:43 PM

CBI Alert Banking Phishing Virus threat steal financial details via SMS Link of CoVID-19: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में लोग खुद को अपडेट रखने के लिए कोविड 19 से जुड़े मैसेज फोन में मिलने पर उन्हें खोल लेते हैं. अगर आप भी ऐसा कुछ करते हैं तो बता दें कि सीबीआई ने एक बैंकिंग ट्रॉजन से संबंधित अलर्ट जारी किया है, जिसे सर्बरस (Cerberus) के नाम से जाना जाता है.

इंटरपोल से मिली इनपुट के आधार पर, सीबीआई ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को खतरनाक फिशिंग (phishing software Cerberus) सॉफ्टवेयर के बारे में अलर्ट किया है. बता दें कि यह खतरनाक सॉफ्टवेयर स्मार्टफोन को इंफेक्ट करने के लिए कोविड 19 (COVID-19) मैसेज का इस्तेमाल करता है.

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ऐसे में अगर आप मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो थोड़ी सावधानी बरतने की जरूरत है. ऐसे कई मालवेयर हैं जो आपके मोबाइल से अहम डेटा चुरा सकते हैं और नुकसान पहुंचा सकते हैं. जांच एजेंसी सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि फिशिंग अटैक के जरिये स्मार्टफोन से क्रेडिट कार्ड समेत अन्य फाइनेंशियल डीटेल चोरी होने का खतरा है.

दरअसल यह एक तरह का वायरस है, जिसे सर्बरस के नाम से जाना जाता है. यह स्मार्टफोन यूजर्स को एसएमएस के जरिये कोविड-19 से संबंधित एक लिंक के रूप में भेजा जाता है. यूजर जैसे ही इस लिंक को डाउनलोड करता है, तो उसका फोन हैक कर लिया जाता है.

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इस लिंक में ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं, जिनके बूते हैकर्स स्मार्टफोन यूजर्स के फाइनेंशियल डेटा चुराते हैं. इनमें क्रेडिट कार्ड नंबर्स भी शामिल होते हैं. जैसे-जैसे यह एप्लीकेशन मोबाइल फोन में इंस्टॉल होते जाते हैं, हैकर्स इसका गलत इस्तेमाल शुरू कर देते हैं.

आपको बताते चलें कि हाल ही में भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसके मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट वर्ड, अडोब फ्लैश और अन्य थर्ड पार्टी ऐप्स के जरिये मोबाइल ट्रोजन फोन में पहुंच रहा है. ट्रॉजन एक वायरस है जो यूजर्स को बिना भनक लगे उनके डेटा का शिकार कर लेता है.

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