Netflix, Amazon Prime, FB, Insta पर पड़ेगा CORONA का ऐसा असर
नयी दिल्ली : नेटफ्लिक्स (netflix), फेसबुक (facebook), इंस्टाग्राम (instagram), अमेजन प्राइम वीडियो (amazon prime video) ने अपने मंच से वीडियो स्ट्रीमिंग (video streaming) का बिटरेट कम करने के उपाय शुरू कर दिये हैं, ताकि कोरोना वायरस (coronavirus) संकट के इस दौर में दूससंचार नेटवर्क (telecom network) पर ज्यादा जरूरी कामों के लिए रास्ता आसान हो सके.
नयी दिल्ली : नेटफ्लिक्स (netflix), फेसबुक (facebook), इंस्टाग्राम (instagram), अमेजन प्राइम वीडियो (amazon prime video) ने अपने मंच से वीडियो स्ट्रीमिंग (video streaming) का बिटरेट कम करने के उपाय शुरू कर दिये हैं, ताकि कोरोना वायरस (coronavirus) संकट के इस दौर में दूससंचार नेटवर्क (telecom network) पर ज्यादा जरूरी कामों के लिए रास्ता आसान हो सके.
कोरोना वायरस के चलते लोगों की आवाजाही पर रोक से वीडियो सामग्री (video content) की मांग में बढ़ोत्तरी के कारण नेटवर्क पर दबाव बढ़ा है. दूरसंचार सेवाप्रदाताओं (telecom service providers) के संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI, सीओएआई) ने सरकार को पत्र लिखकर नेटफ्लिक्स (netflix) और अमेजन प्राइम वीडियो (amazon prime video) जैसे मंचों को बिटरेट कम करने के निर्देश देने की मांग की थी, ताकि मौजूदा समय में अहम कामों को जारी रखने के लिए नेटवर्क के बुनियादी ढांचे पर दबाव को कम किया जा सके.
उल्लेखनीय है कि ज्यादा बिटरेट वीडियो के स्ट्रीमिंग से नेटवर्क पर दबाव बढ़ता है और ज्यादा मांग की स्थिति में नेटवर्क जाम होने का भी खतरा रहता है. अमेजन प्राइम वीडियो के प्रवक्ता ने एक ई-मेल बयान में कहा, कोरोना वायरस के वजह से कई लोग पूरे समय घर में हैं. ऐसे में हम दूरसंचार कंपनियों का समर्थन करते हैं ताकि वह इंटरनेट की बढ़ी मांग का ठीक से प्रबंधन सुनिश्चित कर सकें. उन्होंने कहा कि कंपनी ने भारत में अपने वीडियो स्ट्रीमिंग की बिटरेट कम करने का काम शुरू कर दिया है.
प्रवक्ता ने कहा कि अमेजन प्राइम वीडियो स्थानीय प्राधिकारियों, मोबाइल सेवा प्रदाताओं और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के साथ मिलकर काम कर रही है ताकि इंटरनेट नेटवर्क जाम की किसी तरह की समस्या के समय मदद की जा सके. हालांकि नेटफ्लिक्स ने इस संबंध में भेजे गए सवालों का जवाब नहीं दिया. जबकि नेटफ्लिक्स ने 21 मार्च को अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा था कि यूरोपीय संघ के आग्रह पर उसने यूरोपीय संघ के नेटवर्क पर नेटफ्लिक्स के ट्रैफिक को 25 प्रतिशत तक कम करने का काम शुरू कर दिया है. इसे इटली और स्पेन में शुरू कर दिया गया है और धीरे-धीरे पूरे यूरोप और ब्रिटेन में भी लागू कर दिया जाएगा. लॉकडाउन के चलते अधिकतर कंपनियां घर से कार्य करने की नीति अपना रही हैं. ऐसे में इंटरनेट की मांग बढ़ी है.