Coronavirus in India: सेहत से जुड़ी गलत जानकारी आप तक पहुंचने से रोकेगा फेसबुक
Coronavirus in India: भारत में कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए और इस महामारी से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने के लिए फेसबुक बड़ी पहल करने जा रहा है. फेसबुक थर्ड पार्टी फैक्ट चेकिंग कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
Coronavirus in India: भारत में कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए और इस महामारी से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने के लिए फेसबुक बड़ी पहल करने जा रहा है. फेसबुक थर्ड पार्टी फैक्ट चेकिंग कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की जाएगी.
फेसबुक ने ‘द हेल्दी इंडियन प्रोजेक्ट’ (The Healthy Indian Project) यानी थिप (THIP) के साथ साझेदारी की है, जिसके जरिये फेसबुक पर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को समझने में मदद मिलेगी. थिप भारत में फेसबुक का पहला हेल्थ स्पेशलिस्ट पार्टनर है.
The Healthy Indian Project) यानी थिप (THIP) अनुभवी और वेरिफाइड डॉक्टरों की मदद से फैक्ट चेकिंग करेगा और गुमराह करने वाली खबरों और गलत दावों से यूजर्स को दूर रखेगा. यह हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, पंजाबी, गुजराती भाषा में लोगों को दवा, डाइट और इलाज के बारे में जानकारी देगा.
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फेसबुक और इंस्टाग्राम पर 167 मिलियन फर्जी खबरों को थर्ड पार्टी फैक्ट चेकर्स के जरिये फेसबुक ने महामारी के दौरान हटाये थे. पूरी दुनिया में फेसबुक लगभग 80 फैक्ट चेकिंग सहयोगियों के साथ मिलकर 60 से अधिक भाषाओं में कंटेंट पर निगरानी रखता है और गलत जानकारी देने वालों को प्लैटफॉर्म से हटाता है.
फेसबुक के अनुसार, कंपनी ने जिन फैक्ट चेकिंग पार्टनर के साथ करार किया है उन्हें स्वतंत्र संस्था द्वारा सर्टिफाइड किया गया है. भारत में फेसबुक ने 10 फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स के साथ करार किया है, जो अमेरिका के बाद सर्वाधिक है. भारत में अंग्रेजी और 11 अन्य भाषाओं- हिंदी, बंगाली, तेलुगू, मलयालम, तमिल, मराठी, पंजाबी, ऊर्दू, गुजराती, आसामी, कन्नड़ में फैक्ट चेकिंग की जाती है.
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