Duolingo free online language learning program, free language education, learning languages: कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए लागू किये गए लॉकडाउन से न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में शिक्षा जगत पर गहरा प्रभाव पड़ा है. स्कूल कॉलेजों के क्लासेज अब कंप्यूटर और मोबाइल फोन की स्क्रीन पर आ गए हैं. जाहिर है, इस बीच स्टूडेंट्स की पढ़ाई लिखाई से लेकर युवाओं के करियर तक पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है.
लेकिन कहते हैं जहां चाह, वहां राह. जब मन में कुछ सीखने की ललक हो, तो कोई अड़चन आड़े नहीं आती. सीखने के इसी जज्बे को साकार करने का जरिया बने हैं कुछ मोबाइल ऐप्स. जो लॉकडाउन के दौरान घर पर बोर हो रहे लोगों के लिए नयी शुरुआत, नयी उम्मीद बनकर सामने आये हैं.
डुओलिंगो मुफ्त में सीखें 50 से ज्यादा भाषाएं
इन्हीं में से एक है डुओलिंगो (Duolingo). यह एक ऑनलाइन लैंग्वेज लर्निंग प्रोग्राम है. गूगल प्लेस्टोर पर मौजूद इसके ऐप के जरिये इंग्लिश, स्पैनिश, जर्मन और पुर्तगाली सहित 50 से भी ज्यादा भाषाएं मुफ्त में सीखी जा सकती हैं. लॉकडाउन के दौरान भारत सहित दुनियाभर में लोगों ने इसे खूब आजमाया. गूगल प्लेस्टोर से यूजर्स इसे मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं. इसे 4.7 रेटिंग दी गई है और लगभग 10 करोड़ बार इसे डाउनलोड किया जा चुका है.
ऐसे करें शुरुआत
डुओलिंगो के प्लेटफॉर्म पर इंग्लिश, स्पैनिश, जर्मन और पुर्तगाली समेत 50 से भी ज्यादा भाषाएं मौजूद हैं. इस ऐप पर रजिस्टर करने के बाद आपको कौन सी भाषा सीखनी है, उसका चुनाव करना होगा और इसके साथ वो लैंग्वेज भी चुननी होगी, जिससे आप सीखना चाहते हैं. जैसे आपको यहां इंग्लिश टू स्पैनिश और इसी तरह के अन्य ऑप्शन नजर आएंगे, जिसमें से अपने हिसाब से आपको एक चुनना होगा.
अगर कोई भाषा बिल्कुल नहीं जानते, तो…
इसके अलावा, आपको यह भाषा क्यों सीखनी है उसका चुनाव करना होगा. जैसे, ट्रैवल, करियर, ब्रेन ट्रेनिंग, स्कूल, कल्चर आदि में से कोई एक विकल्प अपने हिसाब से चुना जा सकता है. इसके बाद अगर आपको किसी भाषा की बिल्कुल भी जानकारी नहीं है, तो आपको एकदम शुरू से सिखाया जाएगा. इसके बाद तमाम तरह के असाइनमेंट्स आपको पूरे करने होंगे, जिनकी धीरे-धीरे प्रैक्टिस करके आप उस भाषा का अच्छे से जान पाएंगे.
भारत में 400 प्रतिशत बढ़े यूजर्स
लॉकडाउन के दौरान भारत में डुओलिंगो की जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली है. 2020 में अब तक डुओलिंगो से नयी भाषा सीखनेवाले भारतीय यूजर्स की संख्या में 400 प्रतिशत का उछाल देखा गया है. यह आंकड़ा चीन और यूके की तुलना में सात गुणा ज्यादा है. भारत में इस ऐप के मंथली ऐक्टिव यूजर्स की संख्या 15 लाख के करीब है. यही नहीं, दुनियाभर में भारत डुओलिंगो के टॉप 5 मार्केट्स में अपनी जगह बना चुका है.
भारत में अंग्रेजी सीखनेवाले ज्यादा
आंकड़े बताते हैं कि डुओलिंगो पर प्रति यूजर बिताया गया समय भी इस साल 20 प्रतिशत तक बढ़ा है. खास बात यह है कि भाषा सिखानेवाले इस प्लेटफॉर्म से जुड़नेवाले भारतीय यूजर्स में आधे से अधिक वैसे हैं, जिन्होंने सबसे ज्यादा अंग्रेजी सीखने में रुचि दिखायी है.
नये यूजर्स के बीच स्पैनिश सबसे पॉपुलर भाषा
बहरहाल, दुनियाभर में डुओलिंगो पर सीखी जानेवाली सबसे पॉपुलर विदेशी भाषाएं फ्रेंच, स्पैनिश और जर्मन रहीं. बता दें कि लॉकडाउन के दौरान नये यूजर्स के बीच स्पैनिश भाषा सबसे पॉपुलर बन कर उभरी. वहीं, डुओलिंगो पर जापानी भाषा ने सबसे पॉपुलर एशियाई भाषा के रूप में जगह बनायी.
हिंदी सीखनेवाले भी कम नहीं
यहां आपको जानकर खुशी होगी कि डुओलिंगो पर हिंदी सीखनेवाले भी कम नहीं हैं. इस प्लेटफॉर्म पर दुनियाभर में हिंदी सीखनेवालों की संख्या 20 लाख से ज्यादा है और अंग्रेजी बोलनेवालों के बीच हिंदी का स्थान 11वीं सबसे चहेती भाषा के तौर पर दर्ज किया गया है.