भारत दौरा रद्दकर चीन पहुंचे एलन मस्क, प्रधानमंत्री समेत अधिकारियों से की मुलाकात
Elon Musk China Visit: एलन मस्क ने हाल ही में भारत की प्रस्तावित यात्रा टाल दी थी. भारत में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर देश में टेस्ला का कारखाना शुरू करने की योजनाओं पर बात करने वाले थे. वे बीजिंग का दौरा तब कर रहे हैं, जब चीन में उनके टेस्ला बाजार को स्थानीय ईवी वाहनों की बढ़ती बिक्री से खतरा है.
Elon Musk China Visit: भारत का दौरा रद्द करने के बाद टेस्ला की कारों पर लगे प्रतिबंध को हटाने के लिए दिग्गज कार निर्माता एलन मस्क रविवार को अचानक चीन पहुंच गए. उन्होंने चीन की राजधानी बीजिंग में प्रधानमंत्री ली कियांग और सरकारी अधिकारियों के साथ मुलाकात की. मीडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन में टेस्ला कार चालक सरकार से संबंधित भवनों में प्रवेश पर पाबंदी से जूझ रहे हैं, क्योंकि अमेरिका के साथ सुरक्षा चिंताएं बढ़ रही हैं. संवदेनशील एवं रणनीतिक डेटा के सामने आ जाने के डर से इन कारों पर ऐसी जगहों पर प्रतिबंध है.
चीन में टेस्ला कारों पर लगा है प्रतिबंध
निक्की एशिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में बड़ी संख्या में सभागार एवं प्रदर्शनी केंद्र टेस्ला वाहनों को अपने यहां नहीं आने दे रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले इन वाहनों पर प्रतिबंध आम तौर पर सैन्य अड्डों तक सीमित था, लेकिन अब राजमार्ग संचालक, स्थानीय प्राधिकरण एजेंसी, सांस्कृतिक केंद्र भी इन वहानों पर कथित रूप से प्रतिबंध लगाते जा रहे हैं.
पाबंदियों को हटाने पर बात कर रही टेस्ला
सरकारी दैनिक ‘चाइना डेली’ की रिपोर्ट के अनुसार मस्क ‘चाइना काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड ऑटोमोबाइल’ कंपनी के आमंत्रण पर पर रविवार को बीजिंग पहुंचे. टेस्ला सभी पाबंदियों को हटाने को लेकर चीनी अधिकारियों से बातचीत कर रही है. एलन मस्क ने रविवार को चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की और अपनी कार कंपनी टेस्ला के लिए भविष्य की विस्तार योजनाओं पर चर्चा की.
टेस्ला के लिए चीन के दरवाजे खुले
प्रधानमंत्री ली कियांग ने एलन मस्क से कहा कि चीन का विशाल बाजार विदेशी वित्तपोषित उद्यमों के लिए हमेशा खुला रहेगा. उन्होंने कहा कि चीन विदेशी वित्तपोषित उद्यमों को बेहतर कारोबारी माहौल और मजबूत समर्थन प्रदान करने के लिए बाजार पहुंच का विस्तार करने और सेवाओं में सुधार करने पर कड़ी मेहनत करेगा, ताकि सभी देशों की कंपनियां शांत मन से चीन में निवेश कर सकें.
चीन को अमेरिका से संबंध सुधरने की उम्मीद
प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा कि चीन में टेस्ला के विकास को चीन-अमेरिका आर्थिक सहयोग का एक सफल उदाहरण कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि तथ्यों ने साबित कर दिया है कि समान सहयोग और पारस्परिक लाभ दोनों देशों के सर्वोत्तम हित में हैं. उम्मीद है कि अमेरिका और चीन बीच में मिलेंगे और दोनों राष्ट्राध्यक्षों के रणनीतिक मार्गदर्शन में द्विपक्षीय संबंधों के स्थिर विकास को बढ़ावा देंगे.
शंघाई गीगाफैक्ट्री कंपनी का सबसे अच्छा प्रदर्शन
आधिकारिक मीडिया के अनुसार, मस्क ने कहा कि टेस्ला की शंघाई गीगाफैक्ट्री कंपनी का सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला कारखाना है. उन्होंने हर हालत में और ज्यादा मुनाफा प्राप्त करने के लिए चीन के साथ सहयोग को गहरा करने की इच्छा जताई. चीन के सरकारी प्रसारक सीटीजीएन के अनुसार, स्पेसएक्स और टेस्ला के प्रमुख ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए चीन परिषद (सीसीपीआईटी) के निमंत्रण पर चीन की यात्रा की. इस दौरान उन्होंने चीन के साथ आगे के सहयोग पर चर्चा करने के लिए सीसीपीआईटी अध्यक्ष रेन होंगबिन से मुलाकात की.
चीन में पुराने दोस्तों से मिलेंगे मस्क
हांगकांग के समाचार पत्र साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने लिखा कि मस्क के ‘स्टेट काउंसिल’ में वरिष्ठ चीनी अधिकारियों और बीजिंग में ‘पुराने दोस्तों’ से मिलने की संभावना है. मस्क ने शंघाई में सात अरब डॉलर के निवेश से एक ईवी संयंत्र स्थापित किया था, जिसके बाद से उनकी टेस्ला ईवी चीन में लोकप्रिय हो गई. इस संयंत्र में उत्पादन 2020 में शुरू हो गया था.
एलन मस्क ने टाला भारत का दौरा
एलन मस्क ने हाल ही में भारत की प्रस्तावित यात्रा टाल दी थी. भारत में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर देश में टेस्ला का कारखाना शुरू करने की योजनाओं पर बात करने वाले थे. वे बीजिंग का दौरा तब कर रहे हैं, जब चीन में उनके टेस्ला बाजार को स्थानीय ईवी वाहनों की बढ़ती बिक्री से खतरा है. ऑस्टिन (टेक्सास) की कंपनी टेस्ला को पिछले कुछ वर्षों में चीनी ईवी निर्माताओं से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा है. कंपनी ने चीन के प्रीमियम ईवी खंड में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखने के लिए अपने शंघाई में बने वाहनों की कीमतों में छह फीसदी तक की कटौती की है.
एलन मस्क ने चीन का दौरा क्यों किया?
एलन मस्क ने चीन का दौरा टेस्ला की कारों पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए किया, खासकर सरकारी भवनों में प्रवेश पर पाबंदियों को लेकर चर्चा करने के लिए।
चीन में टेस्ला कारों पर कौन-कौन से प्रतिबंध हैं?
टेस्ला कारों पर मुख्य रूप से सैन्य अड्डों, सभागारों, प्रदर्शनी केंद्रों और स्थानीय प्राधिकरण द्वारा प्रवेश प्रतिबंध लागू हैं, जो सुरक्षा चिंताओं के कारण हैं।
चीन के प्रधानमंत्री ने मस्क से क्या कहा?
प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा कि चीन का बाजार विदेशी निवेश के लिए हमेशा खुला रहेगा और वे बेहतर कारोबारी माहौल और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रयासरत हैं।
मस्क ने अपने दौरे के दौरान किन अधिकारियों से मुलाकात की?
मस्क ने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग और अन्य सरकारी अधिकारियों, साथ ही चीन परिषद (सीसीपीआईटी) के अध्यक्ष रेन होंगबिन से मुलाकात की।
भारत का दौरा टालने का कारण क्या था?
मस्क ने भारत का दौरा टाल दिया था, जहां उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेस्ला के कारखाने की योजनाओं पर चर्चा करनी थी। इसके बजाय, उन्होंने चीन का दौरा किया जब उनके व्यवसाय को स्थानीय ईवी निर्माताओं से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।