EV, CNG, Hybrid वाहनों की हिस्सेदारी 5 साल में होगी 30 प्रतिशत तक, पढ़ें पूरी खबर
घरेलू साख निर्धारित करनेवाली एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सरकार के प्रयासों, बढ़ती जागरूकता और नयी पेशकश के साथ पिछले दो वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ी है. रिपोर्ट में कहा गया है हालांकि, समग्र यात्री वाहन उद्योग में ईवी की हिस्सेदारी वर्तमान में केवल एक प्रतिशत है.
Greener Vehicles Future: ग्रीन एनर्जी (Green Energy) पर फोकस और महंगे होते डीजल-पेट्रोल (Diesel-Petrol) के कारण दुनियाभर में वैकल्पिक ईंधन (Alternative Fuel) पर चलनेवाली गाड़ियों की डिमांड बढ़ रही है. भारत में सरकार से मिल रही सब्सिडी भी ऐसे व्हीकल्स की मांग तेज कर रही है. अगले पांच वर्षों में कुल वाहन बिक्री में सीएनजी, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और हाइब्रिड वाहनों की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है. हालांकि घरेलू यात्री वाहनों में पेट्रोल कार का दबदबा बने रहने की संभावना है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
घरेलू साख निर्धारित करने वाली एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सरकार के प्रयासों, बढ़ती जागरूकता और नयी पेशकश के साथ पिछले दो वर्षों में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की मांग तेजी से बढ़ी है. रिपोर्ट में कहा गया है हालांकि, समग्र यात्री वाहन उद्योग में ईवी की हिस्सेदारी वर्तमान में केवल एक प्रतिशत है.
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इक्रा ने कहा कि दूसरी ओर, अपेक्षाकृत लागत कम होने, सीएनजी वितरण स्टेशन की संख्या में सुधार होने और ओईएम (मूल उपकरण विनिर्माता) द्वारा उत्पाद की पेशकश में वृद्धि की वजह से, सीएनजी वाहनों की पैठ हाल के वर्षों में बढ़ी है. रेटिंग एजेंसी के अनुसार एथनॉल मिश्रण वाला ईंधन वाहनों के उत्सर्जन को कम करेगा, ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेगा, तेल आयात को कम करने में मदद करेगा और विदेशी मुद्रा भंडार को संरक्षित करेगा.
इक्रा ने कहा कि पिछले कई वर्षों में पेट्रोल में एथनॉल मिश्रण धीरे-धीरे बढ़ रहा है और भारत ने वर्ष 2022 में 10 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण का लक्ष्य हासिल किया है. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिलाने के लक्ष्य को 2030 से घटाकर 2025 कर दिया है.
इक्रा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शमशेर दीवान ने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि अगले पांच वर्षों में नये वाहनों की बिक्री में सीएनजी, ईवी और हाइब्रिड वाहनों का अनुपात 20-30 प्रतिशत तक हो जाएगा. हालांकि पेट्रोल वाहनों का दबदबा बना रहेगा. (भाषा इनपुट के साथ)