Explainer: कारों को सुरक्षा रेटिंग देने वाली Bharat NCAP और Global NCAP में अंतर और समानताएं

Bharat NCAP vs Global NCAP: Similarities and differences explained भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) और ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Global NCAP) भारत में वाहन सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाले दो प्रमुख संगठन हैं.

By Abhishek Anand | August 24, 2023 7:10 PM

भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) और ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Global NCAP) भारत में वाहन सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए काम करने वाले दो प्रमुख संगठन हैं. दोनों संगठनों का लक्ष्य भारत में बेचे जाने वाले वाहनों की सुरक्षा का मूल्यांकन करना और खरीदारों को सुरक्षित वाहनों के बारे में सूचित करना है.

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के बीच कुछ समानताएं और अंतर 

भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Bharat NCAP) और ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (Global NCAP). दोनों संस्थानों का उद्देश्य भारत में बेचे जाने वाले वाहनों की सुरक्षा का मूल्यांकन करना और खरीदारों को सुरक्षित वाहनों के बारे में सूचित करना है.

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के बीच कुछ समानताएं हैं:

  • दोनों संस्थान वाहनों को 40 से अधिक मापदंडों के आधार पर सुरक्षा के लिए रेट करते हैं।

  • दोनों संस्थान वाहनों को 1 से 5 स्टार रेटिंग देते हैं।

  • दोनों संस्थान वाहनों की सुरक्षा में सुधार के लिए वाहन निर्माताओं के साथ काम करते हैं।

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के बीच कुछ अंतर भी हैं:

  • भारत NCAP केवल भारत में बेचे जाने वाले वाहनों का मूल्यांकन करता है, जबकि ग्लोबल NCAP दुनिया भर में बेचे जाने वाले वाहनों का मूल्यांकन करता है।

  • भारत NCAP के मूल्यांकन में केवल पूर्ण-स्केल फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट शामिल हैं, जबकि ग्लोबल NCAP के मूल्यांकन में पूर्ण-स्केल फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट के साथ-साथ साइड इम्पैक्ट टेस्ट और रियर ओवरलैप क्रैश टेस्ट भी शामिल हैं।

  • भारत NCAP के मूल्यांकन में केवल वयस्क यात्रियों की सुरक्षा शामिल है, जबकि ग्लोबल NCAP के मूल्यांकन में वयस्क यात्रियों और बच्चों की सुरक्षा दोनों शामिल हैं।

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP दोनों ही भारत में वाहन सुरक्षा में सुधार के लिए महत्वपूर्ण संस्थान हैं। दोनों संस्थानों के मूल्यांकन से वाहन निर्माताओं को अपने वाहनों की सुरक्षा में सुधार करने के लिए प्रेरित किया जाता है। भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के मूल्यांकन से खरीदारों को भी सुरक्षित वाहनों के बारे में सूचित किया जाता है।

भारत NCAP 

भारत सरकार द्वारा स्थापित एक गैर-लाभकारी संगठन है. इसे 2020 में लॉन्च किया गया था और इसका मुख्यालय दिल्ली में है. भारत NCAP वाहनों को 40 से अधिक मापदंडों के आधार पर सुरक्षा के लिए रेट करता है, जिसमें पूर्ण-स्केल फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट, साइड इम्पैक्ट टेस्ट, और रियर ओवरलैप क्रैश टेस्ट शामिल हैं. भारत NCAP के मूल्यांकन में केवल वयस्क यात्रियों की सुरक्षा शामिल है.

ग्लोबल NCAP 

एक स्वतंत्र संगठन है जो दुनिया भर में वाहनों की सुरक्षा का मूल्यांकन करता है. इसे 2009 में स्थापित किया गया था और इसका मुख्यालय लंदन में है. ग्लोबल NCAP वाहनों को 40 से अधिक मापदंडों के आधार पर सुरक्षा के लिए रेट करता है, जिसमें पूर्ण-स्केल फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट, साइड इम्पैक्ट टेस्ट, रियर ओवरलैप क्रैश टेस्ट, और बाल सुरक्षा शामिल हैं

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के बीच कुछ समानताएं हैं:

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के बीच कुछ समानताएं हैं:

  • दोनों संगठन वाहनों को 40 से अधिक मापदंडों के आधार पर सुरक्षा के लिए रेट करते हैं.

  • दोनों संगठन वाहनों को 1 से 5 स्टार रेटिंग देते हैं.

  • दोनों संगठन वाहनों की सुरक्षा में सुधार के लिए वाहन निर्माताओं के साथ काम करते हैं.

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के बीच कुछ अंतर भी हैं:

  • भारत NCAP केवल भारत में बेचे जाने वाले वाहनों का मूल्यांकन करता है, जबकि ग्लोबल NCAP दुनिया भर में बेचे जाने वाले वाहनों का मूल्यांकन करता है.

  • भारत NCAP के मूल्यांकन में केवल पूर्ण-स्केल फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट शामिल हैं, जबकि ग्लोबल NCAP के मूल्यांकन में पूर्ण-स्केल फ्रंटल ऑफसेट क्रैश टेस्ट के साथ-साथ साइड इम्पैक्ट टेस्ट और रियर ओवरलैप क्रैश टेस्ट भी शामिल हैं.

  • भारत NCAP के मूल्यांकन में केवल वयस्क यात्रियों की सुरक्षा शामिल है, जबकि ग्लोबल NCAP के मूल्यांकन में वयस्क यात्रियों और बच्चों की सुरक्षा दोनों शामिल हैं.

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP का प्रभाव

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP दोनों ही भारत में वाहन सुरक्षा में सुधार के लिए महत्वपूर्ण संगठन हैं. दोनों संस्थानों के मूल्यांकन से वाहन निर्माताओं को अपने वाहनों की सुरक्षा में सुधार करने के लिए प्रेरित किया जाता है. भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के मूल्यांकन से खरीदारों को भी सुरक्षित वाहनों के बारे में सूचित किया जाता है.

भविष्य की संभावनाएं

भारत NCAP और ग्लोबल NCAP दोनों ही भारत में वाहन सुरक्षा में सुधार के लिए प्रतिबद्ध हैं. दोनों संगठनों का लक्ष्य भारत में बेचे जाने वाले सभी वाहनों के लिए सुरक्षा मानकों को बढ़ाना है. भारत NCAP ने हाल ही में साइड इम्पैक्ट टेस्ट और रियर ओवरलैप क्रैश टेस्ट पेश किए हैं, और यह भविष्य में बच्चों की सुरक्षा का मूल्यांकन करने की योजना बना रहा है. ग्लोबल NCAP भी भारत में अपने मूल्यांकन को बढ़ाने की योजना बना रहा है. भारत NCAP और ग्लोबल NCAP के प्रयासों से भारत में सड़क सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है.

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