WhatsApp पर हो रहा फ्रॉड, इस नंबर से आये कॉल तो न करें रिसीव, हो सकता है बड़ा नुकसान
भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आये दिन कई तरह के फ्रॉड और धोखाधड़ी से जुडी खबरें सामने आती रहती है. ये साइबर ठग अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर आम लोगों को चूना लगा रहे हैं.
WhatsApp का इस्तेमाल दुनियाभर के अधिकतर लोग करते हैं. इसे दुनिया का सबसे पसंदीदा मैसेजिंग प्लैटफॉर्म माना जाता है. आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में, यह एक जरुरत का ऐप होने के साथ ही दोस्तों और परिवार वालों के साथ जुड़े रहने में मददगार साबित होने वाली ऐप बनकर सामने आयी है. आप सभी जानते ही होंगे कि व्हाट्सएप एक मैसेजिंग एप्लिकेशन है जो दुनिया भर के लोगों को जोड़ता है. इस इजी तो यूज़ ऐप की मदद से, हम वीडियो कॉल, वॉयस कॉल, फ़ोटो, वीडियो, दस्तावेज़ और स्टेटस अपडेट को सेंड और रिसीव करते हैं. अधिकतर यूजर्स व्हाट्सएप की सुरक्षा और सिक्योरिटी को देखते हुए इस प्लैटफॉर्म को चुनते हैं. व्हाट्सएप के एन्ड-टू-एंड एन्क्रिप्शन और लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट्स की वजह से यह यूजर्स के लिए भरोसेमंद और प्राइवेट मैसेजिंग ऐप बनकर सामने आया है. भले ही इस प्लैटफॉर्म के कई फायदे हों लेकिन, कुछ लोग इसका इस्तेमाल फ्रॉड या फिर ठगी को अंजाम देने के लिए भी कर रहे हैं. चलिए जानते हैं आखिर कैसे इस प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल गलत कामों को करने के लिए किया जा रहा है.
कैसे हो रहा फ्रॉड?
भारत में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. आये दिन कई तरह के फ्रॉड और धोखाधड़ी से जुडी खबरें सामने आती रहती है. ये साइबर ठग अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर आम लोगों को चूना लगा रहे हैं. बता दें यूट्यूब घोटाले और ओटीपी घोटाले जैसे वायरल वर्क-फ्रॉम-होम घोटालों के बीच अब व्हाट्सएप पर हो रहे फ्रॉड की खबरें भी सामने आने लगी है. फ्रॉड को अंजाम देने के लिए ये ठग व्हाट्सएप पर कॉल कर रहे हैं और उन्हें दिए गए पैसे और बैंकिंग डिटेल्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें ये जो ठग हैं आमतौर पर इनके मोबाइल नंबर की शहुरुआत +92 से होती है और इसी नंबर का इस्तेमाल कर वे लोगों से फ्री iPhone के साथ अलग-अलग एपल प्रोडक्ट्स की पेशकश करके इस घोटाले को अंजाम दे रहे हैं.
लोगों को हुआ लाखों रुपये का नुकसान
ऑनलाइन फ्रॉड या व्हाट्सएप फ्रॉड से जुडी एक घटना हाल ही में अहमदाबाद से सामने आयी है. यहां एक व्यक्ति को सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म इंस्टाग्राम पर ठग की वजह से 7 लाख रुपये का नुकसान हुआ. ठग ने इस व्यक्ति को दुबई से फ्री iPhone दिलाने का वादा किया था. इन ठगों या फिर स्कैमर्स ने सोशल मीडिया ऐप पर एक मैसेज के साथ पीड़ित से कॉन्टैक्ट किया. ठगों ने इस घटना को अंजाम देते हुए उस व्यक्ति से कहा कि, बधाई हो! आपने बड़े भाई और छोटे भाई से फ्री iPhone 14 जीता है. आप बस 3,000 रुपये का एक छोटा सा अमाउंट का भुगतान करें. पेमेंट करने के लिए यूपीआई का इस्तेमाल करें. फ्री iPone की बात सुनकर पीड़ित व्यक्ति उत्साहित हो गया और उसने UPI के जरिये 3,000 रुपये के टोकन अमाउंट का भुगतान कर दिया. भुगतान करने के दूसरे ही दिन ठगों ने वव्यक्ति को कॉल किया और बताया कि उनका iPhone 14 डिलीवरी के लिए तैयार है और यह पार्सल सूरत एयरपोर्ट पर आ गया है. इतना बताने के बाद ठगों ने पीड़ित व्यक्ति से प्रोडक्ट की डिलीवरी करने के लिए अतिरिक्त 8,000 रुपये की डिमांड की. पीड़ित ने बिना किसी परेशानी के इस अमाउंट का भी भुगतान कर दिया. लेकिन लंबे इंतजार के बाद जब पीड़ित को कुछ बी हासिल नहीं हुआ तो उसने अपने बैंक अकाउंट की जांच की. जांच करने पर उसे पता चला कि, उसके अकाउंट से बीते कुछ दिनों से 6.76 लाख रुपये उड़ा लिए गए हैं. पीड़ित व्यक्ति घबरा गया और उसने ठगों को कॉल करने की सोची. जब उसने उन्हें काल किया तो सामने से नंबर बंद बताय गया.
और भी कई मामले आये सामने
मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि, बड़े बाई घोटाले का यह इकलौता मामला नहीं है. ऐसी और भी कई घटनाएं सामने आयी हैं. इनमें से लगभग सभी फ्रॉड्स के मामलों में लोगों को दुबई से कॉल करने वाले के रूप अनजान लोगों द्वारा कॉल किये जाते हैं. लेकिन, असली में यह घोटाला क्या है और स्कैमर्स कंट्री कोड +92 वाले एफओएम पर क्यों कॉल कर रहे हैं. अगर आप नहीं जानते तो बता दें +92 पाकिस्तान देश का कंट्री कोड है. इस नंबर का इस्तेमाल कर ये ठग भारतीय नागरिकों को व्हाट्सएप का इस्तेमाल कर निशाना बना रहे हैं. सामने आयी जानकारी के मुताबिक़ ये कॉल करने वाले पाकिस्तान से नहीं है. पुलिस की अगर माने तो ऊपर बताये गए मामले में पाकिस्तान के किसी व्यक्ति की कोई संलिप्तता नहीं है और जालसाजों ने पीड़ित तक पहुंचने और ठगी को अंजाम देने के लिए एक वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल किया है.
वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल
आपकी जानकारी के लिए बता दें अनजान लोगों के लिए वर्चुअल नंबर क्रिएट करना जिसमें कंट्री कोड +92 या फिर कुछ भी और हो अवैध या धोखाधड़ी नहीं है. वर्चुअल मोबाइल नंबर्स का इस्तेमाल अक्सर व्यवसायों और व्यक्तियों द्वारा गोपनीयता, मार्केटिंग और कम्युनिकेशन जैसे अलग-अलग उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वैलिड डिवाइस हैं. लेकिन, अब इन डिवाइसेज का इस्तेमाल ठगों या जालसाजों द्वारा फ्रॉड जैसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है.