Google YouTube Misinformation : यूट्यूब स्वास्थ्य संबंधी उन भ्रामक सामग्रियों को हटायेगा, जो स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों या डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के विपरीत हैं. यूट्यूब ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, हम ऐसी सामग्रियों को हटा रहे हैं, जो हानिकारक या अप्रभावी कैंसर उपचार को बढ़ावा देती हैं या ऐसी सामग्री जो दर्शकों को पेशेवर चिकित्सा के संबंध में हतोत्साहित करती हैं. कंपनी अपने मंच पर उपलब्ध उन सामग्रियों को हटा देगी, जिनमें लहसुन से कैंसर ठीक होने या विकिरण चिकित्सा के बजाय विटामिन सी लेने जैसे दावे किये गये हैं.
गूगल के स्वामित्व वाला वीडियो स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म यूट्यूब स्वास्थ्य संबंधी उन भ्रामक सामग्रियों को हटाएगा, जो स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों या विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दिशानिर्देशों के विपरीत हैं.
Also Read: Google Chrome के लिए आ रहा बड़ा अपडेट, हैकर्स की बढ़ जाएगी टेंशन
यूट्यूब ने हाल ही में एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, आज से हम ऐसी सामग्रियों को हटा रहे हैं जो हानिकारक या अप्रभावी कैंसर उपचार को बढ़ावा देती हैं या ऐसी सामग्री जो दर्शकों को पेशेवर चिकित्सा के संबंध में हतोत्साहित करती है. आने वाले हफ्तों में इसमें और तेजी लायी जाएगी.
गूगल के स्वामित्व वाले वीडियो स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म यूट्यूब ने कहा कि वह अपने मंच पर उपलब्ध उन सामग्रियों को हटा देगी जिनमें ‘लहसुन से कैंसर ठीक होने’ या ‘विकिरण चिकित्सा के बजाय विटामिन सी लेने’ जैसे दावे किये गए हैं.
Also Read: YouTube: गलत सूचना और कंटेंट में हेरफेर के खिलाफ यूट्यूब करेगा कार्रवाई
यूट्यूब के निदेशक गर्थ ग्राहम और कंपनी के उपाध्यक्ष मैट हेलप्रिन के ब्लॉगपोस्ट के अनुसार, चिकित्सा संबंधी गलत सूचना नीतियों के लिए ‘दीर्घकालिक दृष्टिकोण’ के तहत दिशानिर्देश तीन श्रेणियों में होंगे. इनमें रोकथाम, उपचार और इनकार शामिल होंगे.
यूट्यूब ने ब्लॉगपोस्ट में कहा गया, ये नीतियां विशिष्ट स्वास्थ्य स्थितियों, उपचारों और सामग्रियों पर लागू होंगी, जो स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों या डब्ल्यूएचओ के विपरीत है. ब्लॉगपोस्ट के मुताबिक अतिरिक्त संदर्भ के लिए यूट्यूब ऐसे वीडियो में उम्र सीमा तय करेगा या वीडियो पर एक सूचना पैनल पेश करेगा.
Also Read: Indian Web Browser: Google Chrome और Apple Safari से टक्कर लेने आ रहा भारत का अपना वेब ब्राउजर
ब्लॉगपोस्ट के मुताबिक, हम व्यक्तिगत गवाही या किसी विशिष्ट चिकित्सा अध्ययन के परिणामों पर चर्चा करने वाली सामग्री को अपवाद के दायरे में रख सकते हैं.