टेस्ला को भारत में एंट्री दिलाने के लिए टैक्स में छूट देगी मोदी सरकार, भारतीय कार कंपनियों को झटका

अगर सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर टैक्स में छूट दी जाती है, तो टेस्ला को भारत के कार बाजार में एंट्री करने में सहूलियत मिलेगी. लेकिन, सरकार द्वारा टेस्ला को इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर टैक्स में छूट देना भारतीय कार निर्माता कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है.

By KumarVishwat Sen | October 20, 2023 11:47 AM

नई दिल्ली : भारत के इलेक्ट्रिक वाहनों के बाजार में एलन मस्क की टेस्ला की एंट्री कराने के लिए केंद्र की मोदी सरकार आयात शुल्क में कटौती कर सकती है. इसके साथ ही, सरकार नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति बनाने पर भी विचार कर रही है. अंग्रेजी के अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति में सरकार भारतीय वाहन निर्माताओं की सहमति के बाद इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर टैक्स में 15 फीसदी की कटौती करने पर विचार कर रही है. हालांकि, फिलहाल सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर 100 प्रतिशत टैक्स की वसूली करती है. यह बात दीगर है कि अभी हाल के महीनों में सरकार ने टेस्ला के प्रतिनिधियों से टैक्स में छूट नहीं देने की दो टूक बात कही थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे के बाद सरकार का मन बदल गया है.

भारतीय निर्माताओं की सहमति के बाद मिलेगी टैक्स में छूट

फिलहाल, अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की टेस्ला इंक भारत के कार बाजार में एंट्री करने के लिए जोर-आजमाइश कर रही है. रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर टैक्स में छूट दी जाती है, तो टेस्ला को भारत के कार बाजार में एंट्री करने में सहूलियत मिलेगी. हालांकि, सरकार की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर टैक्स में कटौती तभी की जा सकती है, जब स्थानीय वाहन निर्माता इसके लिए सहमत होंगे. इसके साथ ही, वे भारत में स्थानीय स्तर पर कम्पोनेंट की सोर्सिंग शुरू करने और अपनी प्रतिबद्धताओं में किसी भी दोष के लिए बैंक गारंटी प्रदान करने का वादा करें.

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पहले से तैयार बैठी है टेस्ला

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि सरकार कंपनियों से यह गारंटी भी लेगी कि वह पहले 2 सालों में करीब 20 फीसदी पार्ट्स स्थानीय स्तर से खरीदे, जो चौथे साल तक 40 फीसदी तक बढ़ जाएंगे. बताया यह भी जा रहा है कि सरकार की नई नीति का फायदा उठाने के लिए एलन मस्क की कंपनी पहले से तैयारी करके बैठी है. उसका इस साल भारत से 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के कलपुर्जे खरीदने का लक्ष्य है. इससे पहले भी कंपनी 1 अरब डॉलर (करीब 8,300 करोड़ रुपये) के पार्ट्स खरीद चुकी है. सरकार की इस नई नीति से टेस्ला सहित बीएमडब्ल्यू और ऑडी की इलेक्ट्रिक कार योजनाओं को हरी झंडी मिल सकती है.

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भारतीय कंपनियों को झटका

सरकार की ओर से टेस्ला जैसी कार कंपनियों को इलेक्ट्रिक वाहनों के आयात पर टैक्स में छूट देना भारतीय कार निर्माता कंपनियों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है. भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों ने पहले से ही देश में इलेक्ट्रिक वाहनों और उनके घटकों के निर्माण के लिए भारी निवेश किया है. टेस्ला ने पहले संकेत दिया था कि भारत में उसके पोर्टफोलियो की कीमत 20 लाख रुपये से शुरू हो सकती है. इस कीमत पर खरीदार इसकी ओर आकर्षित हो सकते हैं.

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