CoVID-19 को जवाब देगा भारत का CoWin-20
CoWin-20 CoVID-19 Tracker App: भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इससे बचने के लिए कई तरीके अपनाये जा रहे हैं. Covid-19 से बचाव के लिए कई देश टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे हैं.
CoWin-20 CoVID-19 Tracker App: भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है. इससे बचने के लिए कई तरीके अपनाये जा रहे हैं. Covid-19 से बचाव के लिए कई देश टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे हैं.
इस बीच खबर आयी है कि खतरे को देखते हुए भारत सरकार इन दिनों एक ऐप पर काम कर रही है. इस ऐप का मकसद इसके जरिये लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक रखने की कोशिश है.
रिपोर्ट के मुताबिक CoWin-20 ऐप NITI Ayog बना रहा है. यह ऐप कई तरह से संभावित कोरोना पेशेंट को ट्रेस कर सकता है.
रिपोर्ट की मानें, तो भारत में यह ऐप फिलहाल चुनिंदा लोगों को टेस्टिंग के लिए दिया गया है. इस ऐप का नाम CoWin-20 है और इसे एंड्रॉयड और आईओएस पर टेस्ट किया जा रहा है.
दरअसल यह ऐप यूजर का लोकेशन ट्रैक करेगा. इसके साथ ही यह ऐप यूजर को ये भी नोटिफिकेशन देगा कि उनके आस-पास कोई COVID-19 का पेशेंट है या नहीं.
रिपोर्ट के मुताबिक, CoWin-20 यूजर की लोकेशन और ब्लूटूथ गेज यूज करता है और इससे आस-पास के यूजर्स के बारे में पता करता है.
बताते चलें कि इस तरह की टेक्नोलॉजी डेटाबेस से काम करती है. इसके जरिये उन लोगों का डेटाबेस तैयार किया जा सकता है, जिन्हें Covid-19 है.
इसके बाद इस कोरोना वायरस पेशेंट के डेटाबेस के साथ आपके फोन द्वारा कलेक्ट किया गया डेटा मैच कराया जाएगा. इस डेटाबेस में उन लोगों की भी डीटेल्स दर्ज की जा सकती है, जो हाल ही में दूसरे देशों से भारत आये हैं.
बताया जा रहा है कि ये ऐप ये भी बताएगा कि कौन से इलाकों में ज्यादा कोरोना वायरस के मामले पाये गए हैं. इस ऐप को डाउनलोड करने पर यह आपसे लोकेशन डेटा का ऐक्सेस मांगता है.
रिपोर्ट की मानें, तो इस ऐप की एन्क्रिप्शन पॉलिसी यह कहती है कि आपका डेटा एन्क्रिप्ट है और यह सिर्फ आपकी डिवाइस तक ही रहेगी. हालांकि अगर आपका Covid-19 का टेस्ट पॉजिटिव आता है तो यह ऐप आपका डेटा हेल्थ मिनिस्ट्री के साथ शेयर करेगा.
फिलहाल सरकार की तरफ से इस ऐप का आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है. यह भी साफ नहीं है कि सरकार किस तरह से लोगों को ट्रैक करेगी और ऐप के जरिये उनका लोकेशन डेटा और COVID-19 के डेटाबेस के साथ मैच करेगी.
वैसे, भारत में इस ऐप के लॉन्च होने के बाद इसको लेकर यूजर की प्राइवेसी पर सवाल खड़ा हो सकता है. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत में फिलहाल 21 दिनों तक का लॉकडाउन घोषित किया गया है.