New Technology against Spam Calls and Messages: अगर आप भी अपने फोन पर गाहे-बगाहे आनेवाले स्पैम कॉल्स और मैसेजेज से परेशान हो चुके हैं, तो यह खबर आपके लिए है. दरअसल, सरकार कुछ ऐसे इंतजाम करने जा रही है जिससे मोबाइल फोन यूजर्स को जल्द ही स्पैम कॉल्स और मैसेजेज से छुटकारा मिल सकता है. स्पैम कॉल को देखते हुए सरकार नयी तकनीक लाने की तैयारी कर रही है.
सरकार जल्द ही इस तकनीक के जरिये यूजर्स को स्पैम कॉल्स से निजात दिला सकती है. यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि दूरसंचार नियामक यानी ट्राई के पास ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ सेवा के लिए पंजीकरण कराने के बाद भी अधिकांश मोबाइल सर्विस यूजर्स को अवांछित कॉल और एसएमएस से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है.
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ब्लॉकचेन बेस्ड तकनीक का इस्तेमाल
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में कहा कि अवांछित कॉल की समस्या दूर करने के लिए नियामक ने ब्लॉकचेन आधारित तकनीक का इस्तेमाल करना शुरू किया है, लेकिन गैर-पंजीकृत टेलीमार्केटिंग वालों पर काबू पाना अब भी चुनौती है. दूरसंचार विभाग ने पिछले साल अवांछित कॉल के लिए जुर्माना बढ़ाया था. अब 10 बार तक उल्लंघन करने पर 1,000 रुपये और 50 से ज्यादा बार उल्लंघन करने पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगने का प्रावधान है.
‘लोकलसर्किल्स’ का सर्वे
ऑनलाइन मंच ‘लोकलसर्किल्स’ के एक सर्वे में यह पाया कि लगभग 95% प्रतिभागियों को ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ सेवा के तहत पंजीकरण कराने के बावजूद अवांछित कॉल एवं मैसेज मिल रहे हैं. देशभर के 377 जिलों में 10 मार्च से 10 मई के बीच कराये गए इस सर्वे में लगभग 37,000 मोबाइल सर्विस यूजर्स की राय ली गई. सर्वे में पाया गया कि 64% लोगों को हर दिन औसतन तीन-चार स्पैम कॉल आती हैं. लोकलसर्किल्स ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में कहा, कई लोगों के पास धोखाधड़ी करने की नीयत रखनेवाले और टेलीमार्केटिंग से जुड़े लोगों की अवांछित कॉल आती रहती हैं. और परेशानी वाली बात यह है कि ऐसा ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ (DND) रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी हो रहा है.