Guru Purnima 2020: गूगल बाबा सबके गुरू, हर सेकेंड पूछे जा रहे 40 हजार से ज्यादा सवाल, 0.2 सेकेंड में दे रहे जवाब
Guru purnima 2020 : 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) का पर्व मनाया जा रहा है. आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा दिवस के रूप में जाना जाता है. पर आज की तारीख में हर कोई हर तरह की जानकारी, मनोरंजन या बोले तो कुछ भी के लिए गूगल ही कर रहा है. गूगल बाबा से हर सेकेंड 40 हजार लोग अपने सवाल दाग रहे हैं. बदले में गूगल भी एक जिम्मेदार टीचर की तरह हर किसी को जवाब भी दे रहे हैं. तो आज की तारीख में दुनिया का सबसे पॉपुलर टीचर तो गूगल हो गया.
Guru Purnima 2020, Ashadha Purnima, Google as Teacher, Guru: 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) का पर्व मनाया जा रहा है. आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा दिवस के रूप में जाना जाता है. परंपरागत रूप से इस दिन गुरु पूजन की महत्ता है. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शिष्य अपने गुरुजनों की पूजा-अर्चना करते हैं. गुरु यानी वह सिद्धात्मा, जो आध्यात्मिक ज्ञान और शिक्षा के जरिये अपने शिष्यों का मार्गदर्शन करते हैं. पर आज की तारीख में हर कोई हर तरह की जानकारी, मनोरंजन या बोले तो कुछ भी के लिए गूगल ही कर रहा है. गूगल बाबा से हर सेकेंड 40 हजार लोग अपने सवाल दाग रहे हैं. बदले में गूगल भी एक जिम्मेदार टीचर की तरह हर किसी को जवाब भी दे रहे हैं. तो आज की तारीख में दुनिया का सबसे पॉपुलर टीचर तो गूगल हो गया. उनको जवाब देने में 0.2 सेकेंड लग रहे हैं.
लेकिन जरा सोचिए, आज से 100 साल पहले क्या कोई कल्पना कर सकता था कि बिना सजीव गुरु के भी कोई ज्ञान हासिल किया जा सकता है? लेकिन आज के समय में मनुष्य ने कंप्यूटर और इंटरनेट के रूप में ज्ञान का ऐसा महाजाल रच डाला है, जिसके बारे में पहले कोई सोच भी नहीं सकता था. निश्चित तौर पर यह सबकुछ गुरु से मिले ज्ञान के आधार पर ही संभव हो पाया है.
इंटरनेट की इस दुनिया में गुरु चेला है और चेला गुरु. इस जगह गुरु और शिष्य का संबंध भी परंपरागत रिश्ते से अलग है. यहां ज्ञान की खोज ही इंटरनेट सर्फिंग है, जो क्लास और पीरियड की सीमा से परे है. जहां खुद ही प्रश्न करने होते हैं और खुद ही उत्तर तलाशने होते हैं.
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वैसे तो इंटरनेट पर कई तरह के सर्च इंजन हैं, लेकिन गूगल का जाल और इसके ज्ञान की गहराई अथाह है. तभी तो कहते यहां तक हैं कि गूगल पर भगवान को भी खोजोगे, तो वे मिल जाएंगे. यहां ज्ञान का खोजार्थी अपनी मर्जी, रुचि, समय और जरूरत के अनुसार जो सीखना चाहे, सीख सकता है.
यह वर्चुअल क्लास मोबाइल के रूप में आपकी पॉकेट में मौजूद है, तो ऑफिस में कंप्यूटर के रूप में भी आपके साथ है. कोरोना संकट के इस मौसम में तो इसकी अहमियत और बढ़ गयी है. जहां तमाम स्कूल बंद हैं, ऐसे में तो लगता है कि इस साल बच्चों की शिक्षा वाली नैया गूगल के भरोसे ही पार लगेगी.
ऑनलाइन लर्निंग या ई-लर्निंग
पहले ज्ञान की तलाश गुरुकुल, कक्षा या एकांत साधना के रूप में होती थी. कंप्यूटर ने इस धारणा को भी तोड़ दिया है. अब ई-लर्निंग में सब कुछ ऑनलाइन है. वह सब कुछ देखता और बताता है. यहां तक कि संगीत और नृत्य भी ऑनलाइन सीखा जा सकता है. ई लर्निंग का फायदा यह है कि विद्यार्थी अपनी जरूरत के मुताबिक किसी भी पाठ को जितनी बार चाहे दोहरा सकता है. यूट्यूब पर मास्टर साहब के लेक्चर आप बार-बार सुन सकते हैं. एक सब्जेक्ट पर हजारों किताबें और थ्योरी को समझने के तरीके मौजूद हैं.
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सर्च इंजन
नियमित पढ़ाई के साथ साथ, इंटरनेट और सर्च इंजन सबसे बड़े शिक्षक बन गए हैं. यह गाइड भी है और गुरू भी. किसी अनजान शहर में खाने पीने की जगह खोजनी हो या किसी शब्द का मतलब जानना हो. इंटरनेट सर्च इंजन हैं ना! दुनियाभर में इनकी संख्या लगभग दर्जन भर है. इनमें गूगल सबसे बड़ा है, जिसका शेयर दो तिहाई से भी ज्यादा है. सूचना और ज्ञान की बांटनेवाली वेबसाइटों की तादाद तो करोड़ों अरबों में है. किसी भी जिज्ञासा का समाधान यहां मौजूद है. कई तरह के संदर्भ के साथ. इसीलिए तो कहते हैं कि गूगल बाबा की शरण में कोई नासमझ नहीं है.
ऑनलाइन कोचिंग
चाहे आप किसी शहर में रहते हैं या किसी गांव में, अगर आपके पास इंटरनेट कनेक्शन है, तो कोई फर्क नहीं पड़ता. गूगल के यूट्यूब की मदद से आप किसी भी विधा में महारत हासिल कर सकते हैं. बस सीखने की ललक होनी चाहिए. यहां इंजीनियरिंग से लेकर आर्ट ऐंड क्राफ्ट और हाउस कीपिंग से लेकर योगा ऐंड स्पोर्ट्स के टॉपिक्स की इतनी बारीक जानकारी मिलेगी, जो शायद ही कहीं और मिले. देश ही नहीं, बल्कि विदेशों के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम्स में हिस्सा लेकर आप अपने सपनों को नयी उड़ान दे सकते हैं.
गूगल की महिमा अपरंपार
आज के समय में गूगल ही हम सबका गुरु बन चुका है. देश-दुनिया से लेकर टेक-ऑटो और कविता-कहानी से लेकर खाना-खजाना तक, हर आयाम पर अपने अथाह ज्ञान की वजह से आज गूगल से बड़ा गुरु कोई नहीं है. और सबसे बड़ी बात तो यह है कि अपने इस ज्ञान को लेकर गूगल बाबा को कोई घमंड भी नहीं है. हर किसी के सवाल का जवाब ढूंढकर वह पलभर में हाजिर हो जाते हैं.
गूगल के पास कितना ज्ञान है, इसे समझने के लिए पहले गूगल को जानना जरूरी है. गूगल एक अमेरीकी बहुराष्ट्रीय सार्वजनिक कंपनी है, जिसने इंटरनेट सर्च, क्लाउड कंप्यूटिंग और एडवर्टाइजिंग सिस्टम में इनवेस्ट किया है. यह इंटरनेट पर आधारित कई सर्विसेज और प्रोडक्ट्स बनाता और डेवेलप करता है और इसकी कमाई का मुख्य सोर्स इसके ऐड प्रोग्राम्स ऐडवर्ड्स (AdWords) हैं.
यह भी जान लें कि गूगल दुनियाभर में फैले अपने डेटा सेंटर्स से दस लाख से ज्यादा सर्वर चलाता है और दस अरब से ज्यादा सर्च रिक्वेस्ट और चौबीस पेटाबाईट यूजर ओरिएंटेड जानकारी, यानी डेटा प्रोसेस करता है.
गूगल एक सेकेंड में लाखों रूपये कमाता है. गूगल की सबसे ज्यादा कमाई होती हैं Adwords से, जिसपर वह विज्ञापन का काम करता हैं. बताया जाता है कि गूगल 1 सेकेंड में 2400 डॉलर कमाई करता है, जो भारतीय रुपये में 1 लाख 83 हजार के बराबर होता है.
गूगल के ऑफिस 40 से ज्यादा देशों में फैले हैं, जिसकी 70 से ज्यादा शाखाएं हैं. फिलहाल गूगल में 5 लाख से भी ज्यादा एम्पलॉईज काम करते हैं, जिनमें से ज्यादातर अरबपति हैं.
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Posted By – Rajeev Kumar